5 महीने बाद भारतीय नागरिक को हौती विद्रोहियों ने रिहा किया
यमन में हौती विद्रोहियों द्वारा लगभग पाँच महीने से हिरासत में रखे गए केरल निवासी अनिलकुमार रवीन्द्रन को रिहा कर दिया। वे मस्कट पहुँचे और जल्द भारत लौटेंगे।
युद्धग्रस्त यमन में हौती विद्रोहियों की हिरासत में लगभग पाँच महीने से बंद एक भारतीय नागरिक को रिहा कर दिया गया है। केरल निवासी अनिलकुमार रवीन्द्रन जुलाई की शुरुआत से हौती नियंत्रण वाले क्षेत्र में हिरासत में थे। वे कार्गो जहाज MV Eternity C के क्रू सदस्यों में शामिल थे, जिसे स्थानीय संघर्ष के दौरान रोक लिया गया था।
भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने एक संक्षिप्त बयान जारी करते हुए कहा कि सरकार अनिलकुमार रवीन्द्रन की रिहाई का स्वागत करती है। मंत्रालय ने पुष्टि की कि वे 7 जुलाई से हिरासत में थे और अब सुरक्षित रूप से रिहा कर दिए गए हैं।
विदेश मंत्रालय ने बताया कि रवीन्द्रन मंगलवार को मस्कट पहुँचे हैं और जल्द ही भारत लौटने वाले हैं। मंत्रालय के अनुसार, उनकी सुरक्षित रिहाई और वापसी सुनिश्चित करने के लिए भारतीय सरकार लगातार विभिन्न पक्षों के साथ समन्वय कर रही थी।
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MEA ने विशेष रूप से ओमान सल्तनत का धन्यवाद किया, जिसने रवीन्द्रन की रिहाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मंत्रालय ने कहा कि ओमान के सहयोग के कारण यह प्रक्रिया तेज और सफल हो पाई।
इस घटना ने एक बार फिर युद्धग्रस्त क्षेत्रों में काम करने वाले भारतीय नागरिकों के लिए उत्पन्न जोखिमों को उजागर किया है। इससे पहले भी यमन और आसपास के क्षेत्रों में संघर्षों के दौरान कई भारतीय फंसे या हिरासत में लिए गए थे, जिनकी रिहाई के लिए सरकार को कूटनीतिक प्रयास करने पड़े थे।
सरकार ने कहा कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और ऐसे मामलों में हर संभव कूटनीतिक सहायता प्रदान की जाएगी।
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