इंडिगो के 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द, यात्रियों की बढ़ी परेशानी; सरकार ने 10 फरवरी तक दी छूट
इंडिगो ने 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द कीं, जिससे हवाई यात्रा ठप हो गई और किराए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। सरकार ने एयरलाइन को 10 फरवरी तक नई नियमों से छूट दी।
इंडिगो एयरलाइंस ने शुक्रवार (5 दिसंबर 2025) को 1,000 से अधिक उड़ानों को रद्द कर दिया और शनिवार (6 दिसंबर 2025) को भी सैकड़ों उड़ानें रद्द करने की घोषणा की। इस बड़े पैमाने पर रद्दीकरण से देशभर में हवाई यात्रा बुरी तरह प्रभावित हुई, जिससे अन्य एयरलाइनों के किराए बेहद बढ़ गए। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सरकार ने इंडिगो को नई नियमावली का पालन करने से 10 फरवरी तक अस्थायी छूट दे दी है।
इंडिगो ने अपने सिस्टम को रीबूट करने और लगातार बढ़ रही देरी को रोकने के लिए दिल्ली एयरपोर्ट से पूरे दिन कोई उड़ान संचालित नहीं की। इसके अलावा, चेन्नई एयरपोर्ट से सभी घरेलू उड़ानें और बेंगलुरु से दिल्ली व मुंबई के लिए सभी उड़ानें रद्द कर दी गईं।
इन रद्द उड़ानों के कारण हजारों यात्री देशभर के हवाई अड्डों पर फंसे रहे। बढ़ते एयरफेयर को देखते हुए बड़ी संख्या में यात्री रेलवे स्टेशनों की ओर बढ़े, जिससे ट्रेनों में भी भीड़ बढ़ गई। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को संभालने के लिए एयर-कंडीशन्ड कोचों की संख्या बढ़ा दी है।
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उधर, एयरफेयर शुक्रवार को ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गए। स्पाइसजेट की कोलकाता-मुंबई एकतरफा (वन-स्टॉप) टिकट 6 दिसंबर के लिए ₹90,000 तक पहुंच गई। एयर इंडिया की मुंबई-भुवनेश्वर टिकट ₹84,485 तक दर्ज की गई।
यात्रा उद्योग के अनुसार, इंडिगो की उड़ानों के रद्द होने से बाजार में बड़ी क्षमता कम हो गई, क्योंकि पायलटों के ड्यूटी और विश्राम संबन्धी नए नियमों का दूसरा चरण लागू हो चुका है, जिससे क्रू की कमी पैदा हो गई। इसका सीधा असर किरायों पर पड़ा, जो सामान्य स्तर से तीन से चार गुना तक बढ़ गए।
एक ट्रैवल अधिकारी ने कहा, “अब किराया अनुमान लगाना मुश्किल हो गया है। यह सामान्य से दो, तीन या उससे भी अधिक गुना हो सकता है।”
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