इंदौर में नगर निगम की पाइपलाइन से दूषित पानी सप्लाई, पांच की मौत, 1,000 से अधिक बीमार
इंदौर के भगिरथपुरा में नगर निगम की दूषित जल आपूर्ति से पांच लोगों की मौत हो गई और 1,000 से अधिक बीमार पड़े। उल्टी-दस्त के मामलों के बाद पानी की सप्लाई बंद की गई।
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में नगर निगम की पाइपलाइन से सप्लाई किए गए कथित रूप से दूषित पानी के सेवन से बड़ा स्वास्थ्य संकट सामने आया है। इस घटना में अब तक कम से कम पांच लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एक हजार से अधिक लोग बीमार पड़ गए हैं। अधिकारियों ने मंगलवार (30 दिसंबर 2025) को इस गंभीर स्थिति की पुष्टि की।
प्रशासन के अनुसार, इंदौर के भगिरथपुरा क्षेत्र में 24 दिसंबर से बड़ी संख्या में लोगों को उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी थी। हालत बिगड़ने पर कई निवासियों को अलग-अलग सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। बीमार पड़ने वालों में बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं भी शामिल हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अधिकांश मरीजों में पानी से फैलने वाली बीमारियों के लक्षण पाए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमों ने प्रभावित इलाके का दौरा किया और पानी के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। शुरुआती जांच में आशंका जताई जा रही है कि नगर निगम की पानी की पाइपलाइन में किसी स्थान पर सीवेज का पानी मिल गया, जिससे सप्लाई दूषित हो गई। प्रशासन ने एहतियातन उस क्षेत्र में पाइपलाइन से पानी की सप्लाई अस्थायी रूप से बंद कर दी है और टैंकरों के जरिए साफ पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
इंदौर, जिसे केंद्र सरकार द्वारा लगातार आठ बार देश का सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया है, वहां इस तरह की घटना सामने आना प्रशासन के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गया है। स्थानीय लोगों में नगर निगम के खिलाफ आक्रोश है और वे जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि दोषियों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए जल आपूर्ति व्यवस्था की व्यापक जांच की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से उबला हुआ पानी पीने और किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत अस्पताल जाने की अपील की है।
और पढ़ें: मध्य प्रदेश में एचआईवी संक्रमण मामले की जांच के लिए समिति गठित