समुद्री सहयोग को बढ़ावा देने मलेशिया पहुँचा INS संध्याक
INS संध्याक मलेशिया के पोर्ट क्लैंग पहुंचा, जिससे समुद्री और हाइड्रोग्राफिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। यह यात्रा भारत की ‘महासागर’ दृष्टि और क्षेत्रीय क्षमता निर्माण की पहल को दर्शाती है।
भारतीय नौसेना का स्वदेशी रूप से डिज़ाइन और निर्मित पहला हाइड्रोग्राफिक सर्वे जहाज़ INS संध्याक मलेशिया के पोर्ट क्लैंग पर पहुंचा है। इस दौरे का उद्देश्य भारत और मलेशिया के बीच समुद्री सहयोग को बढ़ाना और हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण के क्षेत्र में क्षमता निर्माण को बढ़ावा देना है।
यह यात्रा भारतीय नौसेना हाइड्रोग्राफिक विभाग (INHD) और राष्ट्रीय हाइड्रोग्राफिक कार्यालय (NHO) के अंतर्गत क्षेत्रीय सहयोग को सशक्त बनाने के प्रयासों का हिस्सा है। नौसेना अधिकारियों के अनुसार, 19 जुलाई 2025 को मलेशिया पहुंचा INS संध्याक न केवल तकनीकी सहयोग को आगे बढ़ाएगा, बल्कि भारत की 'महासागर' (MAHASAGAR) दृष्टि को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित करेगा।
INS संध्याक की इस यात्रा का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सद्भावना को मजबूत करना, हाइड्रोग्राफिक विशेषज्ञता साझा करना और क्षेत्रीय समुद्री सुरक्षा में सहयोग को और गहरा करना है। इस दौरान जहाज़ के अधिकारी मलेशियाई नौसेना और अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ संवाद और तकनीकी विचार-विमर्श करेंगे।
यह पहल भारत की एक्ट ईस्ट नीति और समुद्री पड़ोसियों के साथ मजबूत सहयोग की रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है। INS संध्याक की यह यात्रा हाइड्रोग्राफिक सर्वे के क्षेत्र में भारत की विशेषज्ञता और नेतृत्व की पुष्टि करती है, जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में स्थिरता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने की दिशा में एक अहम कदम है।