जबलपुर कृषि विश्वविद्यालय परिसर में युवती से दुष्कर्म, दो आरोपी गिरफ्तार
जबलपुर कृषि विश्वविद्यालय में नौकरी का झांसा देकर 22 वर्षीय युवती से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने यूडीसी और चपरासी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा।
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में स्थित जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय परिसर में 22 वर्षीय युवती से दुष्कर्म का गंभीर मामला सामने आया है। पुलिस के अनुसार, राज्य सरकार द्वारा संचालित इस विश्वविद्यालय में नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक क्लर्क ने कथित तौर पर युवती के साथ दुष्कर्म किया। इस मामले में पुलिस ने विश्वविद्यालय के अपर डिवीजन क्लर्क (यूडीसी) दुर्गा शंकर सिंघेरहा (58) और एक चपरासी मुकेश सेन को गिरफ्तार किया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि पीड़िता तिलवारा क्षेत्र की निवासी है। करीब 20 दिन पहले उसने सोशल मीडिया पर विश्वविद्यालय में संविदा भर्ती से जुड़ी जानकारी देखी थी। संपर्क विवरण तलाशते हुए उसे कुलपति कार्यालय का एक फोन नंबर मिला, जिस पर कॉल करने पर दुर्गा शंकर सिंघेरहा ने फोन उठाया। आरोपी ने कथित तौर पर उसे रिक्तियों की जानकारी दी और जरूरी दस्तावेजों के साथ विश्वविद्यालय आने को कहा।
अगले ही दिन युवती दस्तावेज लेकर विश्वविद्यालय पहुंची, जहां उसकी मुलाकात सिंघेरहा से हुई। उसने भरोसा दिलाया कि कुलपति से बात कर नौकरी दिलवा देगा और संपर्क में बने रहने को कहा। पुलिस के अनुसार, इसके बाद आरोपी कई बार युवती से शहर में मिला और उसे भर्ती प्रक्रिया चलने तथा जल्द इंटरव्यू होने का आश्वासन देता रहा।
पुलिस ने बताया कि गुरुवार दोपहर आरोपी ने युवती को इंटरव्यू तय होने का दावा करते हुए विश्वविद्यालय बुलाया। इसके बाद उसे परिसर में स्थित चपरासी मुकेश सेन के घर ले जाया गया। बातचीत के बाद सेन कमरे से बाहर निकल गया और बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। शिकायत में युवती ने आरोप लगाया कि इसके बाद सिंघेरहा ने उसके विरोध के बावजूद उसके साथ दुष्कर्म किया।
घटना के बाद दोनों आरोपियों ने युवती को विश्वविद्यालय के बाहर छोड़ दिया और बदनामी की धमकी देते हुए चुप रहने पर नौकरी दिलाने का लालच दिया। पीड़िता ने बाद में अपने परिवार को घटना की जानकारी दी और अधारताल थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कुछ ही घंटों में दोनों आरोपियों को उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया। शुक्रवार को उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां से न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
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