अमेरिका के टैरिफ के बीच जयशंकर का बयान – बड़े बदलाव आ रहे हैं, भारत-यूरोप के और करीबी संबंधों की जरूरत
अमेरिकी टैरिफ तनाव के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जर्मन मंत्री से मुलाकात के बाद कहा—‘दुनिया में बड़े बदलाव हो रहे हैं, भारत-यूरोप संबंध और मजबूत होने चाहिए।’
अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ से उत्पन्न वैश्विक व्यापार तनाव के बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जर्मनी के विदेश मंत्री से मुलाकात के बाद कहा कि दुनिया बड़े बदलावों के दौर से गुजर रही है और भारत-यूरोप संबंधों को और गहरा करने की जरूरत है।
जयशंकर ने कहा कि भारत और यूरोपीय संघ (EU) के बीच रणनीतिक सहयोग आज के समय की मांग है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि बदलते भू-राजनीतिक हालात और आर्थिक चुनौतियों के बीच भारत और यूरोप को मिलकर नए अवसर तलाशने होंगे।
अमेरिकी टैरिफ के फैसले से भारत और यूरोप दोनों प्रभावित हो सकते हैं, ऐसे में जयशंकर ने साझा हितों की रक्षा और वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं को स्थिर बनाए रखने की आवश्यकता बताई।
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उन्होंने कहा कि व्यापार, प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भारत-यूरोप सहयोग को नई गति दी जा सकती है।
जयशंकर और जर्मन विदेश मंत्री ने द्विपक्षीय निवेश, हरित ऊर्जा साझेदारी और रक्षा सहयोग पर भी चर्चा की।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका-यूरोप के बीच व्यापारिक तनाव भारत के लिए नए अवसर पैदा कर सकता है, क्योंकि यूरोप एशिया में एक स्थिर और भरोसेमंद साझेदार की तलाश में है।
जयशंकर का यह बयान भारत की विदेश नीति में यूरोप के बढ़ते महत्व को दर्शाता है और संकेत देता है कि आने वाले समय में भारत-यूरोप संबंध और गहराई पकड़ सकते हैं।
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