जयशंकर ने दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री के साथ उत्पादक वार्ता की
जयशंकर ने दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री के साथ ‘उत्पादक’ बैठक की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंध, सुरक्षा, आतंकवाद और व्यापार में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की।
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री के साथ एक महत्वपूर्ण और उत्पादक बैठक की। इस बैठक में दोनों देशों ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और अंतरराष्ट्रीय मंच पर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। जयशंकर ने बैठक की शुरुआत में दक्षिण कोरिया की ओर से हाल ही में हुए पहलगाम आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए आभार व्यक्त किया।
बैठक में दोनों पक्षों ने सुरक्षा, व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में आपसी हितों पर विस्तार से चर्चा की। जयशंकर ने यह भी बताया कि भारत और दक्षिण कोरिया के बीच आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को बढ़ावा देने के कई नए अवसर हैं, जिन्हें दोनों देशों को मिलकर भुनाना चाहिए।
विशेष रूप से, बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय मंच पर सहयोग को लेकर विचार-विमर्श किया गया। दोनों नेताओं ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयास और साझा रणनीति दोनों देशों के हित में है। दक्षिण कोरिया ने इस अवसर पर भारत की सुरक्षा चिंताओं को समझा और वैश्विक सुरक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया।
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बैठक के दौरान व्यापारिक और तकनीकी सहयोग पर भी जोर दिया गया। जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के बीच निवेश, डिजिटल टेक्नोलॉजी और नवाचार के क्षेत्र में मजबूत साझेदारी स्थापित करने के अवसर हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि द्विपक्षीय संबंध केवल राजनीतिक स्तर तक सीमित नहीं होने चाहिए, बल्कि आम जनता और व्यवसायिक समुदाय के लिए भी लाभकारी होने चाहिए।
विश्लेषकों के अनुसार, यह बैठक भारत-दक्षिण कोरिया संबंधों में एक सकारात्मक मोड़ साबित हो सकती है और भविष्य में दोनों देशों के सहयोग को और गहरा करेगी।
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