चुनाव में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने सभी संगठनात्मक इकाइयाँ भंग कीं
बिहार चुनाव में करारी हार के बाद जन सुराज पार्टी ने पंचायत से राज्य स्तर तक सभी इकाइयाँ भंग कर पुनर्गठन की घोषणा की और नेताओं को हार के कारणों की समीक्षा का जिम्मा दिया।
प्रशांत किशोर के नेतृत्व वाली जन सुराज पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद शनिवार (22 नवंबर 2025) को पंचायत से लेकर राज्य स्तर तक सभी संगठनात्मक इकाइयों को भंग करने का बड़ा निर्णय लिया। पार्टी प्रवक्ता सैयद मसीह उद्दीन ने बयान जारी कर बताया कि आने वाले डेढ़ महीने में नई इकाइयों का गठन किया जाएगा, ताकि संगठन को नए सिरे से मजबूत किया जा सके।
यह फैसला पटना में हुई पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता पार्टी के राज्य अध्यक्ष मनोज भारती ने की। बैठक में प्रशांत किशोर स्वयं मौजूद रहे, साथ ही पूर्व सेना उप प्रमुख एस.के. सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह और वरिष्ठ अधिवक्ता वाई.वी. गिरि जैसे प्रमुख नेता भी शामिल हुए।
पार्टी ने बताया कि वरिष्ठ नेताओं को राज्य के सभी 12 प्रमंडलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ये नेता प्रत्येक क्षेत्र में प्रभावी और सक्रिय संगठनात्मक ढाँचा तैयार करेंगे। इसके अलावा, चुनावी हार के कारणों की गहन समीक्षा करने और अनुशासनहीनता या आंतरिक गुटबाजी के लिए जिम्मेदार नेताओं की पहचान कर रिपोर्ट सौंपने का दायित्व भी इन्हें दिया गया है।
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जन सुराज पार्टी विधानसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत सकी और अधिकांश प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई। पार्टी मानती है कि संगठनात्मक कमज़ोरियाँ और रणनीतिक चूक इस हार के प्रमुख कारण रहे। नई इकाइयों के गठन के साथ पार्टी राज्य में अपनी राजनीतिक जमीन दोबारा मजबूत करने की कोशिश करेगी।
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