कर्नाटक में 2.72 लाख स्वयंसेवकों ने 11,000 धार्मिक स्थलों की सफाई की
कर्नाटक में SKDRDP के स्वच्छता अभियान में 2.72 लाख स्वयंसेवकों ने 11,000 धार्मिक स्थलों की सफाई की। नौ वर्षों से चल रही यह पहल हर साल दो बार आयोजित होती है।
कर्नाटक में स्वच्छता अभियान के तहत 2.72 लाख से अधिक स्वयंसेवकों ने लगभग 11,000 धार्मिक स्थलों की सफाई कर एक मिसाल पेश की। यह अभियान श्री क्षेत्र धर्मस्थल ग्रामीण विकास परियोजना (SKDRDP) के नेतृत्व में चलाया गया, जो पिछले नौ वर्षों से प्रति वर्ष दो बार आयोजित किया जाता है—मकर संक्रांति और स्वतंत्रता दिवस पर।
इस पहल का उद्देश्य न केवल धार्मिक स्थलों को स्वच्छ रखना है, बल्कि लोगों में सामूहिक जिम्मेदारी और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करना भी है। SKDRDP के अनुसार, इस वर्ष अभियान में मंदिरों, मस्जिदों, गिरजाघरों और गुरुद्वारों सहित विभिन्न धर्मस्थलों को शामिल किया गया।
अभियान के दौरान स्वयंसेवकों ने कचरा हटाने, परिसर धुलाई, दीवारों की सफाई और पौधारोपण जैसे कार्य किए। संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि यह कार्यक्रम हर वर्ष बड़े पैमाने पर आयोजित होता है और समाज के सभी वर्गों के लोग इसमें सक्रिय रूप से भाग लेते हैं।
स्थानीय निवासियों और धार्मिक नेताओं ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे न केवल धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनी रहती है, बल्कि स्वच्छता के प्रति जनता की सोच भी बदलती है। SKDRDP का कहना है कि आगे भी इस अभियान को और बड़े स्तर पर विस्तारित किया जाएगा ताकि स्वच्छता को जनआंदोलन का रूप दिया जा सके।
पिछले नौ वर्षों में इस परियोजना के माध्यम से लाखों लोग सीधे तौर पर जुड़े हैं और हजारों गांवों में धार्मिक एवं सार्वजनिक स्थलों की नियमित सफाई की परंपरा स्थापित हुई है।