10 दिनों में कश्मीर से 1.37 लाख मीट्रिक टन सेब और अन्य फल भेजे गए बाहर
जम्मू-कश्मीर सरकार ने बताया कि राजमार्ग बहाल होने के बाद 10 दिनों में 1.37 लाख मीट्रिक टन फल, खासकर सेब, बाहर भेजे गए। किसानों को इससे बड़ी राहत मिली है।
जम्मू-कश्मीर सरकार ने जानकारी दी है कि प्रदेश से पिछले 10 दिनों में 1.37 लाख मीट्रिक टन ताज़े फल, जिनमें सेब प्रमुख हैं, राज्य से बाहर भेजे गए हैं। सेब उत्पादन को कश्मीर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है और हर साल यहां लाखों टन सेब देश और विदेश के बाज़ारों में पहुंचते हैं।
हालांकि इस बार मौसम की मार से इस प्रक्रिया पर असर पड़ा। भारी बारिश और भूस्खलन के कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग तीन हफ्तों तक बंद रहा, जिससे सेब और अन्य फलों का परिवहन रुक गया था। राजमार्ग खुलने के बाद परिवहन गतिविधियां तेज़ी से शुरू की गईं और केवल 10 दिनों में रिकॉर्ड स्तर पर फलों की खेप बाहर भेजी गई।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सरकार ने फल उत्पादकों और व्यापारियों की सहायता के लिए विशेष कदम उठाए हैं। फलों को समय पर बाज़ारों तक पहुंचाने के लिए अतिरिक्त ट्रक और परिवहन सुविधाएं मुहैया कराई गईं। इसके अलावा, मंडियों में सेब की ताज़गी और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज और पैकिंग केंद्रों को भी सक्रिय किया गया है।
और पढ़ें: जॉर्जिया में अमेज़न सुविधा पर फायरिंग, हमलावर ने की आत्महत्या
फल उत्पादकों ने सरकार के इस प्रयास की सराहना की है। उनका कहना है कि यदि समय पर यह कदम न उठाए जाते तो उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ता। कश्मीर के सेब न केवल घरेलू बाज़ार में लोकप्रिय हैं बल्कि विदेशों में भी इनकी बड़ी मांग है।
यह उपलब्धि किसानों के लिए राहत की खबर है और प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करेगी। सरकार का दावा है कि आने वाले दिनों में सेब और अन्य फलों की खेप और अधिक मात्रा में देश के विभिन्न हिस्सों में भेजी जाएगी।