केशर अस्पतालों में डॉक्टरों के लॉकरों का ऑडिट, AK-47 बरामदगी के बाद सख्ती
अनंतनाग में GMC के पूर्व डॉक्टर के लॉकर से AK-47 बरामद होने के बाद कश्मीर के कई सरकारी अस्पतालों ने डॉक्टरों के लॉकरों के ऑडिट और नामांकन का आदेश दिया।
कश्मीर के कई सरकारी अस्पतालों ने मंगलवार, 11 नवंबर 2025 से डॉक्टरों के लॉकरों की पहचान और ऑडिट शुरू कर दिया। यह कदम अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज (GMC) में एक पूर्व डॉक्टर के लॉकर से AK-47 राइफल बरामद होने के कुछ दिन बाद उठाया गया है।
GMC अनंतनाग के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट ने एक आधिकारिक सर्कुलर जारी करते हुए सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने विभागों और वार्डों में लॉकर और अलमारी की पहचान करें और उन्हें उस स्टाफ सदस्य के नाम से लेबल करें, जिन्हें वह अलॉट किए गए हैं।
सर्कुलर के अनुसार, सभी विभागाध्यक्षों को यह सुनिश्चित करना है कि कोई लॉकर अनचिह्नित या बिना नाम वाला न रहे और सभी स्टाफ सदस्य अपने लॉकरों का उचित विवरण दें।
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अस्पताल प्रशासन का यह कदम सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने और आंतरिक निगरानी बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है। अधिकारियों ने कहा कि यह प्रक्रिया न केवल डॉक्टरों की जिम्मेदारी और अनुशासन सुनिश्चित करेगी, बल्कि किसी भी संदिग्ध या अवैध गतिविधि की रोकथाम में भी मदद करेगी।
अनंतनाग GMC में हुई AK-47 बरामदगी ने चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा की आवश्यकता को उजागर किया। अब सभी अस्पताल अपने स्टाफ लॉकरों और अलमारियों की नियमित जांच और ऑडिट करेंगे ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
इस निर्देश का पालन सभी विभागों और अस्पतालों में सख्ती से कराया जा रहा है, और प्रशासन ने कहा कि भविष्य में किसी भी अनियमितता या सुरक्षा उल्लंघन की शून्य सहनशीलता नीति अपनाई जाएगी।
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