केरल स्थानीय निकाय चुनाव 2025: बीजेपी की तिरुवनंतपुरम निगम में ऐतिहासिक जीत, कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ की बढ़त
केरल स्थानीय निकाय चुनावों में यूडीएफ को बढ़त, पंचायतों में एलडीएफ आगे, जबकि बीजेपी ने तिरुवनंतपुरम नगर निगम में ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
केरल में स्थानीय निकाय चुनाव 2025 की मतगणना शनिवार सुबह 8 बजे शुरू हुई। शुरुआती रुझानों में कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) शहरों और कस्बों के अधिकांश स्थानीय निकायों में बढ़त बनाए हुए है, जबकि पंचायत स्तर पर सीपीआई(एम) के नेतृत्व वाला लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) आगे चल रहा है। कई निकायों में दोनों गठबंधनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला।
बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने शुरुआत में कुछ बढ़त बनाई, लेकिन पहले घंटे के बाद उसकी रफ्तार धीमी पड़ गई। इसके बावजूद एनडीए तिरुवनंतपुरम नगर निगम में ऐतिहासिक जीत की ओर बढ़ता नजर आ रहा है, जिसे पार्टी के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
केरल में यह चुनाव दो चरणों में 9 और 11 दिसंबर को राज्य के कुल 1,200 में से 1,199 स्थानीय निकायों में कराए गए। कन्नूर जिले की मट्टनूर नगरपालिका में इस बार चुनाव नहीं हुआ, क्योंकि वहां चुनाव सितंबर 2027 में प्रस्तावित हैं। दूसरे चरण में सात जिलों में मतदान प्रतिशत 76.08 प्रतिशत दर्ज किया गया, जबकि 9 दिसंबर को हुए पहले चरण में मतदान 70.91 प्रतिशत रहा।
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इन चुनावों के जरिए नगर निगमों, नगरपालिकाओं, ग्राम पंचायतों, ब्लॉक पंचायतों और जिला पंचायतों के प्रतिनिधियों का चुनाव किया जा रहा है। पहले चरण में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथनमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम जिलों में 11,000 से अधिक वार्डों में मतदान हुआ था।
इन चुनावों का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि इसके नतीजे 2026 के विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक माहौल की दिशा तय करेंगे। अतीत में स्थानीय निकाय चुनावों के नतीजे मतदाताओं के रुझान का संकेत देते रहे हैं।
बीजेपी नेता के. सुरेंद्रन ने कहा कि लोग विकास चाहते हैं और अब बीजेपी को एलडीएफ और यूडीएफ के विकल्प के रूप में देख रहे हैं। वहीं, सीपीआई(एम) के राज्य सचिव एम.वी. गोविंदन ने एलडीएफ को लगे झटके को अप्रत्याशित बताते हुए कहा कि कई जगहों पर यूडीएफ और बीजेपी ने एक-दूसरे की मदद की।
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