केरल निकाय चुनाव: एआई के उपयोग पर नजर रखेगा राज्य निर्वाचन आयोग
केरल निर्वाचन आयोग स्थानीय निकाय चुनावों में एआई सामग्री के दुरुपयोग पर निगरानी रखेगा और विशेषज्ञों की टीम राज्यभर में नियुक्त कर पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी।
केरल में होने वाले 2025 स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान राज्य निर्वाचन आयोग अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित सामग्री पर सख्ती से नजर रखेगा। आयोग ने यह कदम सोशल मीडिया पर बढ़ते एआई-जनित (AI-generated) कंटेंट और उसके संभावित दुरुपयोग को रोकने के लिए उठाया है।
राज्य निर्वाचन आयुक्त ए. शाजहान ने Indian Witness से कहा कि आयोग ने ऐसे डिजिटल कंटेंट पर निगरानी के लिए राज्यभर में विशेषज्ञों की एक टीम तैनात करने की योजना बनाई है। इन विशेषज्ञों का काम होगा यह सुनिश्चित करना कि चुनावी प्रचार में इस्तेमाल होने वाली डिजिटल सामग्री नई गाइडलाइनों के अनुसार हो और किसी भी प्रकार का भ्रामक या सिंथेटिक (synthetic) कंटेंट बिना पहचान चिह्न के प्रसारित न किया जाए।
निर्वाचन आयोग ने कहा कि चुनावी माहौल में एआई से तैयार की गई झूठी या भ्रामक सामग्री लोकतांत्रिक प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है। इस खतरे को देखते हुए आयोग ने सभी राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को निर्देश दिया है कि वे किसी भी एआई-आधारित सामग्री का उपयोग करते समय उसे स्पष्ट रूप से “एआई जनित” के रूप में चिन्हित करें।
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आयोग का उद्देश्य चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता और समानता बनाए रखना है ताकि किसी भी पक्ष को डिजिटल माध्यम से अनुचित लाभ न मिल सके। इसके लिए आयोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और साइबर विशेषज्ञों के साथ मिलकर निगरानी तंत्र को मजबूत कर रहा है।