केरल टेक्नीशियन की आत्महत्या के बाद RSS का दावा, संगठन को बदनाम करने की साजिश
केरल में तकनीकी पेशेवर की आत्महत्या के बाद RSS ने कहा कि संगठन को बदनाम करने की साजिश है। BJP ने निष्पक्ष जांच की मांग की, जबकि विपक्ष ने आलोचना की।
केरल में एक तकनीकी पेशेवर की आत्महत्या के बाद राजनीतिक और सामाजिक विवाद बढ़ गया है। मृतक ने कथित रूप से RSS शाखा में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था। इस घटना के बाद RSS और भाजपा ने कहा है कि मृतक की मौत के पीछे संगठन को बदनाम करने की साजिश हो सकती है।
RSS के प्रवक्ताओं ने स्पष्ट किया कि यह संगठन हमेशा नैतिक और कानूनी नियमों के अनुसार कार्य करता रहा है। उन्होंने मृतक के परिवार और अधिकारियों से अपील की कि मामले की जांच तटस्थ और निष्पक्ष तरीके से हो, ताकि किसी भी प्रकार की राजनीति का लाभ न उठाया जा सके।
इस मामले में सीपीएम के युवा संघ और कांग्रेस ने RSS की निंदा की और घटना को गंभीर बताया। दोनों पार्टियों ने संगठन की कार्यप्रणाली और शाखा में कथित उत्पीड़न के आरोपों को लेकर कड़ी जांच और जवाबदेही की मांग की है।
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भाजपा और RSS ने इस संदर्भ में कहा कि सुनियोजित राजनीतिक दबाव और सोशल मीडिया प्रचार के चलते संगठन की छवि को धूमिल किया जा रहा है। उनका मानना है कि मामले की निष्पक्ष जांच से वास्तविक तथ्यों को सामने लाया जा सकता है।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे संवेदनशील मामले में आपराधिक और सामाजिक जांच दोनों आवश्यक हैं, ताकि मृतक के परिवार को न्याय मिले और किसी भी संगठन की नकारात्मक छवि बनाने से बचा जा सके।
राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से यह मामला केरल की राजनीति और संगठनात्मक जवाबदेही की दिशा में एक बड़ा परीक्षण बन गया है।
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