लद्दाख विरोध प्रदर्शन: सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे एल-जी, दो और मृतकों का अंतिम संस्कार आज
लद्दाख में विरोध प्रदर्शन जारी हैं। एल-जी सुरक्षा हालात की समीक्षा करेंगे। दो और मृतकों के अंतिम संस्कार की तैयारी हो रही है, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ने की आशंका।
लद्दाख में जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच उपराज्यपाल (एल-जी) ने क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने का निर्णय लिया है। हाल ही में हुए संघर्षों में मारे गए दो और व्यक्तियों के अंतिम संस्कार की तैयारियाँ चल रही हैं, जिससे स्थानीय माहौल और तनावपूर्ण हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, प्रशासन का ध्यान इस बात पर है कि अंतिम संस्कार के दौरान किसी भी तरह की अप्रिय घटना न हो। इसीलिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों को संवेदनशील इलाकों में तैनात किया गया है। प्रशासन ने अपील की है कि लोग शांति बनाए रखें और अफवाहों से बचें।
विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत स्थानीय लोगों की उन मांगों को लेकर हुई थी, जिनमें क्षेत्र को विशेष दर्जा देने, पर्यावरण संरक्षण और भूमि अधिकारों की गारंटी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि सरकार उनकी बातों को गंभीरता से नहीं ले रही और यह असंतोष लगातार गहराता जा रहा है।
और पढ़ें: जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक लेह में गिरफ्तार
दो व्यक्तियों की मौत के बाद अब कुल मृतकों की संख्या बढ़ गई है, जिससे आंदोलन और आक्रामक होता दिख रहा है। स्थानीय संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक विरोध जारी रहेगा।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि लद्दाख का यह आंदोलन केवल स्थानीय मुद्दा नहीं है, बल्कि यह केंद्र सरकार की हिमालयी क्षेत्र में नीति और विकास मॉडल की परीक्षा भी है।
प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि वह लोगों की भावनाओं को शांत करते हुए क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखे। आने वाले दिनों में एल-जी की समीक्षा बैठक और केंद्र से बातचीत इस संकट के समाधान की दिशा तय कर सकती है।
और पढ़ें: दशहरा रैली रद्द कर बाढ़ पीड़ितों की मदद में लगाएँ धन: भाजपा ने उद्धव ठाकरे से की मांग