वामपंथी उग्रवाद में गिरावट: इस सप्ताह 13 माओवादी ढेर
इस सप्ताह मारेदुमिल्ली मुठभेड़ में 13 माओवादी मारे गए। इसमें CPI (Maoist) के शीर्ष कमांडर और उनके सहयोगी शामिल हैं, आंदोलन को गंभीर झटका लगा।
वामपंथी उग्रवाद (Left-Wing Extremism) में लगातार गिरावट के बीच इस सप्ताह माओवादी आंदोलन को बड़ा झटका लगा। आंध्र प्रदेश के अल्लुरी सीताराम राजू जिले के मारेदुमिल्ली एजेंसी में मंगलवार (18 नवंबर 2025) को हुई मुठभेड़ में छह माओवादी मारे गए। इनमें से एक मुख्य माओवादी कमांडर मद्वी हिदमा शामिल थे, जो प्रतिबंधित CPI (Maoist) के सेंट्रल कमिटी में सदस्य और साउथ बस्तर बटालियन कमांडेंट थे। उनके साथ उनकी पत्नी मदकम राजे, छत्तीसगढ़ राज्य क्षेत्रीय समिति की सदस्य, भी मुठभेड़ में मारी गईं।
अगले दिन, बुधवार (19 नवंबर 2025) को मारेदुमिल्ली के जंगलों में पुलिस के साथ हुई गोलीबारी में सात और माओवादी मारे गए। इनमें मेट्टुरी जोगा राव उर्फ़ टेक शंकर शामिल थे, जो CPI (Maoist) के केंद्रीय समिति के सदस्य और आंध्र-ओडिशा बॉर्डर (AOB) क्षेत्र के प्रभारी थे।
इस सप्ताह हुई इन मुठभेड़ों में कुल 13 माओवादी मारे गए, जो इस लंबे समय से घटते आंदोलन के लिए गंभीर झटका है। सुरक्षा बलों का दावा है कि यह कदम वामपंथी उग्रवाद को कमजोर करने में अहम भूमिका निभा सकता है।
और पढ़ें: आंध्र प्रदेश के मारेडुमिल्ली जंगलों में मुठभेड़, सात माओवादी ढेर; शीर्ष नेता टेक शंकर भी शामिल
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिबंधित माओवादी संगठन धीरे-धीरे अपने प्रभाव और संचालन में गिरावट का सामना कर रहा है। उच्च कमांडर और उनके सहयोगियों की मौत से संगठन की रणनीति और नेतृत्व कमजोर हो सकता है।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि केंद्र और राज्य सरकारें न केवल सक्रिय सुरक्षा उपायों पर ध्यान दे रही हैं, बल्कि जंगलों में माओवादी गतिविधियों को रोकने के लिए लगातार अभियान चला रही हैं।
और पढ़ें: ओडिशा के जंगल में गुफा से भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद