महुआ चुनाव परिणाम 2025: तेज प्रताप यादव की हार, एलजेपी के संजय कुमार सिंह की बड़ी जीत
महुआ सीट पर एलजेपी (आरवी) के संजय सिंह ने बड़ी जीत दर्ज की, जबकि तेज प्रताप तीसरे स्थान पर रहे। त्रिकोणीय मुकाबले ने आरजेडी की रणनीति और यादव राजनीति को प्रभावित किया।
महुआ विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों में बड़ा उलटफेर देखने को मिला, जहां एलजेपी (आरवी) के संजय कुमार सिंह ने भारी अंतर से जीत दर्ज की। संजय सिंह ने 87,000 से अधिक वोटों की बढ़त हासिल की, जबकि आरजेडी उम्मीदवार मुकेश कुमार रौशन दूसरे स्थान पर रहे। जेजेडी के तेज प्रताप यादव तीसरे स्थान पर खिसक गए, जिससे यह साफ हो गया कि महुआ की त्रिकोणीय लड़ाई ने राजनीतिक समीकरण बदल दिए हैं।
वैशाली जिले की यह सीट इस चुनाव की सबसे हाई-प्रोफाइल सीटों में से एक रही। तेज प्रताप यादव ने 2015 में यहां से जीत दर्ज की थी और एक दशक बाद वे अपनी खोई जमीन वापस हासिल करने लौटे थे। लेकिन आरजेडी से निष्कासन के बाद उन्होंने नई पार्टी—जनशक्ति जनता दल (जेजेडी)—बनाकर चुनाव लड़ा। उनका मुकाबला 37 वर्षीय दंत चिकित्सक-से-नेता बने आरजेडी के मुकेश रौशन से था, जिन्हें तेजस्वी यादव का पूर्ण समर्थन प्राप्त था और जिन्होंने लगभग 8 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है।
तेज प्रताप का राजनीतिक सफर इस चुनाव में चर्चा का प्रमुख विषय रहा। आरजेडी से “गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार” के आरोप में मई 2025 में निकाले जाने के बाद उन्होंने अपनी अलग राजनीतिक पहचान बनाने की कोशिश की। नामांकन के दौरान उन्होंने अपनी दिवंगत दादी की तस्वीर हाथ में रखी और परिवार से दूरी का संकेत दिया।
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इस चुनाव में महुआ सीट आरजेडी के लिए सिर्फ एक सीट नहीं, बल्कि पार्टी की एकजुटता और तेजस्वी यादव के नेतृत्व की परीक्षा भी थी। मुकेश रौशन की दावेदारी पार्टी के युवा और पेशेवर चेहरों को आगे बढ़ाने की ओर संकेत थी। लेकिन तेज प्रताप की मौजूदगी ने यादव वोटों में बंटी हुई स्थिति पैदा कर दी।
महुआ का यह मुकाबला बिहार की बदलती राजनीति को दर्शाता है, जहां जातीय समीकरणों और पारिवारिक विरासत के बजाय व्यक्तिगत पहचान और राजनीतिक प्रासंगिकता प्रमुख मुद्दे बन रहे हैं।
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