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मणिपुर संकट: मीतई समूह ने ऑपरेशन स्थगन समझौते को किया खारिज

मीतई समूह ने मणिपुर में SoO समझौते को खारिज किया, हिंसा रोकने में विफल बताया। अल्काराज़ ने जोकोविच को हराकर यूएस ओपन फाइनल में जगह बनाई। राजनीति और कूटनीति में हलचल।

मणिपुर में जारी जातीय संघर्ष के बीच मीतई संगठनों ने केंद्र सरकार और कुकी-ज़ो उग्रवादी समूहों के बीच हुए समझौते को अस्वीकार कर दिया है। मीतई समूहों का कहना है कि यह समझौता राज्य में शांति स्थापित करने में सहायक नहीं है, बल्कि इससे हिंसा और अविश्वास और बढ़ सकता है। उनका आरोप है कि इस समझौते के कारण उग्रवादी संगठनों को शरण और वैधता मिलती है, जिससे आम नागरिकों की सुरक्षा को खतरा है।

इससे पहले केंद्र सरकार और मणिपुर सरकार ने कुकी-ज़ो समूहों के साथ SoO समझौते को आगे बढ़ाया था। इसका उद्देश्य था कि दोनों पक्ष हिंसा से दूर रहें और राजनीतिक समाधान की दिशा में काम करें। लेकिन मीतई संगठनों ने साफ किया कि जब तक कुकी-ज़ो समूहों पर हथियार रखने और अवैध गतिविधियों को रोकने के कड़े कदम नहीं उठाए जाते, तब तक इस तरह के समझौते निरर्थक हैं।

इसी बीच खेल जगत से बड़ी खबर आई है। अमेरिका ओपन टेनिस टूर्नामेंट में स्पेन के युवा खिलाड़ी कार्लोस अल्काराज़ ने सर्बिया के नोवाक जोकोविच को मात देकर फाइनल में प्रवेश किया। अल्काराज़ की यह जीत टेनिस जगत में उनके बढ़ते प्रभुत्व का संकेत है।

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अन्य प्रमुख घटनाओं में कई राजनीतिक, आर्थिक और अंतरराष्ट्रीय खबरें शामिल हैं। विपक्षी दलों ने मणिपुर की स्थिति को लेकर केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर भारत-चीन और रूस से जुड़े कूटनीतिक बयानों पर भी बहस जारी है।

कुल मिलाकर, मणिपुर में शांति बहाल करने की चुनौती अभी बनी हुई है, वहीं खेल के मैदान से मिली अल्काराज़ की ऐतिहासिक जीत ने खेल प्रेमियों को रोमांचित कर दिया है।

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