जातीय संघर्ष का समाधान केवल शांतिपूर्ण संवाद से संभव: मणिपुर पुलिस प्रमुख
मणिपुर डीजीपी राजीव सिंह ने कहा कि जातीय संघर्ष का समाधान केवल शांतिपूर्ण संवाद से संभव है। उन्होंने शांति, सहयोग और आपसी समझ को स्थायी समाधान की कुंजी बताया।
मणिपुर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव सिंह ने रविवार (20 अक्टूबर 2025) को कहा कि राज्य में जारी जातीय संघर्ष का एकमात्र समाधान शांतिपूर्ण संवाद है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी पक्षों को मिलकर आगे आना होगा।
इंफाल में आयोजित मणिपुर पुलिस के 134वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर बोलते हुए डीजीपी सिंह ने कहा, “यह बहुत चुनौतीपूर्ण समय है, लेकिन हम पूरी ताकत और सभी के सहयोग से इन चुनौतियों से निपटने की कोशिश कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “कई समस्याएं हैं जिनका हम जल्द से जल्द समाधान निकालने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि हम भी राज्य में शांति और सामान्य जीवन की बहाली चाहते हैं। बीते समय में काफी नुकसान हुआ है और लोगों का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, लेकिन पिछले डेढ़ साल में स्थिति में काफी सुधार हुआ है।”
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सिंह ने जोर दिया कि राज्य पुलिस और प्रशासन शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने जनता से भी अपील की कि वे एक-दूसरे के प्रति विश्वास बनाए रखें और हिंसा से दूर रहें। डीजीपी ने कहा कि संवाद, आपसी समझ और सहयोग से ही मणिपुर में स्थायी शांति स्थापित की जा सकती है।
मणिपुर में मई 2023 से जातीय हिंसा के कारण भारी जनहानि और विस्थापन हुआ है। राज्य सरकार और केंद्रीय बल मिलकर स्थिति को सामान्य करने की दिशा में लगातार प्रयास कर रहे हैं।
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