संविधान संशोधन विधेयक लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश: मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने 130वें संविधान संशोधन विधेयक को लोकतंत्र कमजोर करने वाला कदम बताया और सरकार से जनता के हित में इस पर पुनर्विचार करने की अपील की।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने 130वें संविधान संशोधन विधेयक को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इस विधेयक को लोकतंत्र और संविधान को कमजोर करने वाला कदम बताया।
मायावती ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि जनता को यह डर सताने लगा है कि सत्ता में बैठे दल इस संशोधन का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे, स्वार्थ और दुश्मनी निकालने के लिए करेंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह देश के लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान की रक्षा के हित में इस विधेयक पर पुनर्विचार करे।
मायावती का कहना है कि ऐसा संशोधन शासन की जवाबदेही और पारदर्शिता को कमजोर कर सकता है, जिससे आम जनता का सरकार पर भरोसा कम हो जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सत्ता पक्ष इस विधेयक को जल्दबाजी में लागू करता है, तो इससे विपक्ष को दबाने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने के गंभीर आरोप लग सकते हैं।
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बसपा प्रमुख ने यह भी कहा कि देश की जनता संविधान और लोकतंत्र की रक्षा को लेकर बेहद संवेदनशील है, इसलिए किसी भी कानून को लाने से पहले उसकी विस्तृत समीक्षा और खुली बहस जरूरी है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, मायावती का यह बयान केंद्र के उस कदम के खिलाफ है, जिसे सरकार विकास और प्रशासनिक सुधार के लिए जरूरी बता रही है, जबकि विपक्ष इसे सत्ता के केंद्रीकरण की दिशा में खतरनाक कदम मान रहा है।
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