चिली की पूर्व राष्ट्रपति मिशेल बैचेलेट को मिला इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार 2024
मिशेल बैचेलेट, चिली की पहली महिला राष्ट्रपति और पूर्व यूएन मानवाधिकार प्रमुख को वर्ष 2024 का इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार सोनिया गांधी द्वारा प्रदान किया गया।
चिली की पूर्व राष्ट्रपति और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित मानवाधिकार नेता मिशेल बैचेलेट को वर्ष 2024 के लिए ‘इंदिरा गांधी शांति, निशस्त्रीकरण और विकास पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है। वह चिली की पहली और अब तक की एकमात्र महिला राष्ट्रपति रही हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल में सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए।
मिशेल बैचेलेट संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त (UN Human Rights Chief) के रूप में भी कार्य कर चुकी हैं, जहां उन्होंने विश्वभर में मानवाधिकारों के संरक्षण, लैंगिक समानता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके नेतृत्व में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने कई संवेदनशील वैश्विक मुद्दों पर निर्णायक भूमिका निभाई।
बैचेलेट को यह सम्मान सोनिया गांधी द्वारा प्रदान किया गया, जो इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट की चेयरपर्सन हैं। पुरस्कार समारोह के दौरान, बैचेलेट के बहुआयामी कार्यों—विशेषकर महिलाओं के अधिकार, शांति निर्माण और सतत विकास—की सराहना की गई।
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इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन व्यक्तियों या संगठनों को दिया जाता है, जिन्होंने मानव कल्याण, वैश्विक शांति, निरस्त्रीकरण और विकास में उत्कृष्ट योगदान दिया है। मिशेल बैचेलेट का चयन इस बात का संकेत है कि उनका जीवन और कार्य विश्वभर में लोकतंत्र, समानता और न्याय के मूल्यों की प्रेरणा बने हुए हैं।
बैचेलेट ने सम्मान प्राप्त करने पर कहा कि यह पुरस्कार उन्हें न केवल गौरवान्वित करता है, बल्कि उन्हें आगे भी मानवाधिकार और विकास के लिए काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
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