घुसपैठ से पश्चिम बंगाल की जनसांख्यिकी बदल रही, संसाधनों पर दबाव: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि घुसपैठ से पश्चिम बंगाल की जनसांख्यिकी बदल रही है, संसाधनों पर दबाव बढ़ रहा है और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल जैसे सीमा राज्यों को घुसपैठ के गंभीर खतरे का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि घुसपैठिए न केवल राज्य की जनसांख्यिकी (डेमोग्राफी) को बदल रहे हैं, बल्कि सीमित संसाधनों पर दबाव डाल रहे हैं और महिलाओं की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं।
मोदी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस जैसी विपक्षी पार्टियां तुष्टिकरण की राजनीति के तहत ऐसे तत्वों का समर्थन कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह न केवल राज्य की सुरक्षा, बल्कि देश की अखंडता के लिए भी गंभीर चुनौती है। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि घुसपैठ को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है और केंद्र सरकार इस दिशा में पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
मोदी ने कहा, “पश्चिम बंगाल की भौगोलिक स्थिति उसे संवेदनशील बनाती है। लगातार घुसपैठ से न केवल संसाधनों की लूट हो रही है, बल्कि सामाजिक संतुलन भी बिगड़ रहा है। विपक्षी दल वोट बैंक के लिए इस समस्या की अनदेखी कर रहे हैं, जो बेहद खतरनाक है।”
प्रधानमंत्री ने नागरिकों से सतर्क रहने और इस तरह की राजनीति को नकारने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई ही महिलाओं की सुरक्षा, इलाकों के विकास और सामाजिक स्थिरता को सुनिश्चित करेगी।
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