सुबह की खबरें: जनगणना 2027 में 2011 जैसी शहरी परिभाषा बरकरार, राहुल गांधी का दावा- बीजेपी दलितों को आखिरी कतार में रखना चाहती है
जनगणना 2027 में शहरी परिभाषा 2011 जैसी रहेगी। राहुल गांधी ने बीजेपी पर दलितों को पिछली कतार में रखने का आरोप लगाया। अन्य खबरों में राजनीति, आर्थिक और सामाजिक अपडेट शामिल।
सुबह की ताज़ा खबरों में जनगणना 2027 से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी सामने आई है। केन्द्रीय सरकारी सूत्रों के अनुसार, जनगणना 2027 में शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों की परिभाषा वही रहेगी जो 2011 की जनगणना में थी। इससे नगर क्षेत्रों की तुलना में ग्रामीण क्षेत्रों की विकास दर और जनसंख्या आंकड़ों में निरंतरता बनी रहेगी। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे शहरों के विकास योजनाओं और नीतियों में कोई अचानक बदलाव नहीं होगा।
वहीं राजनीतिक मोर्चे पर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी दलित समुदाय को समाज और प्रशासन में पिछली कतार में रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि देश के संविधान और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के विपरीत यह रणनीति लागू की जा रही है। राहुल गांधी ने यह भी दावा किया कि बीजेपी के कुछ निर्णय समाज में असमानता को बढ़ावा देने वाले हैं।
इसके अलावा, सुबह की अन्य खबरों में विभिन्न राज्यों में राजनीतिक हलचल, आर्थिक अपडेट और सामाजिक मुद्दों पर रिपोर्ट शामिल हैं। केंद्रीय और राज्य सरकारें कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई योजनाओं पर विचार कर रही हैं। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच संतुलन बनाए रखना जरूरी है ताकि विकास समान रूप से हो।
इस डाइजेस्ट में यह भी बताया गया कि जनगणना 2027 के परिणाम आने के बाद सरकारी नीतियों और संसाधनों के वितरण में बड़े बदलाव की संभावना है। राजनीतिक दल इस आंकड़ों का इस्तेमाल चुनावी रणनीतियों और सामाजिक सुधारों के लिए कर सकते हैं।
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