व्हाइट हाउस के पास नेशनल गार्ड पर हमला: अफगान मूल के संदिग्ध की पहचान, अमेरिका ने कहा आतंकी हमला
व्हाइट हाउस के पास अफगान मूल के हमलावर ने नेशनल गार्ड पर गोलीबारी की। हमलावर और दो सैनिक घायल हुए। ट्रम्प प्रशासन ने इसे आतंकी हमला बताते हुए सख्त प्रवासी समीक्षा की घोषणा की।
व्हाइट हाउस के पास दो नेशनल गार्ड सैनिकों पर गोलीबारी करने वाले संदिग्ध की पहचान एक अफगान नागरिक के रूप में हुई है, जिसने अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के साथ काम किया था। रिपोर्टों के अनुसार, 29 वर्षीय रहमानुल्लाह लकानवाल ने बुधवार (26 नवंबर 2025) को सैनिकों पर गोली चलाई, जिसमें दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई में लकानवाल भी घायल होकर अस्पताल में भर्ती हुआ।
रिपोर्टों के अनुसार लकानवाल विभिन्न अमेरिकी सरकारी एजेंसियों के साथ काम कर चुका था। वहीं, होमलैंड सिक्योरिटी सचिव क्रिस्टी नोएम ने कहा कि संदिग्ध उन लोगों में शामिल था जिन्हें बगैर उचित जांच के “ऑपरेशन अलाइज वेलकम” कार्यक्रम के तहत अमेरिका में प्रवेश दिया गया था। यह कार्यक्रम जो बाइडेन सरकार ने तालिबान के नियंत्रण के बाद अफगानों के पुनर्वास के लिए शुरू किया था।
रिपोर्टों के अनुसार, लकानवाल सितंबर 2021 में अमेरिका पहुंचा और उसने 10 वर्षों तक अफगान सेना में रहते हुए अमेरिकी स्पेशल फोर्सेज के साथ काम किया, विशेष रूप से कंधार में। उसने 2024 में शरण के लिए आवेदन किया था, जिसे 2025 में मंजूरी मिली।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस घटना को “घृणा और आतंक का कृत्य” बताते हुए इसे पूरे राष्ट्र के खिलाफ अपराध बताया। घटना के बाद USCIS ने सभी अफगान आवेदनों को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया। ट्रम्प ने कहा कि अब अफगानिस्तान से आए सभी प्रवासियों की समीक्षा की जाएगी और जो अमेरिका के लिए उपयुक्त नहीं हैं उन्हें हटाया जाएगा।
हमले के दौरान घबराहट का माहौल बन गया। मौके पर मौजूद लोगों ने गोलियों की आवाजें सुनीं और कई लोगों को भागते देखा। पुलिस के अनुसार, हमलावर ने “घात लगाकर” हमला किया। FBI ने दोनों सैनिकों की हालत गंभीर बताई। हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे इलाके को घेर लिया और भारी सुरक्षा तैनात की गई।
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