एनआईए की पहलगाम चार्जशीट में दो एंड्रॉयड फोन बने पाकिस्तान कनेक्शन की अहम कड़ी
एनआईए की पहलगाम हमले से जुड़ी चार्जशीट में डाचीगाम से मिले दो एंड्रॉयड फोन आतंकियों के पाकिस्तान कनेक्शन का निर्णायक सबूत बताए गए हैं।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के संबंध में दाखिल चार्जशीट में दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन को बेहद अहम सबूत बताया गया है। सूत्रों के अनुसार, ये दोनों फोन जुलाई में हुए डाचीगाम मुठभेड़ स्थल से बरामद किए गए थे और इन्हें आतंकियों के पाकिस्तान से संबंध स्थापित करने वाली निर्णायक कड़ी माना जा रहा है। एनआईए ने यह चार्जशीट सोमवार को जम्मू स्थित विशेष एनआईए अदालत में दाखिल की।
चार्जशीट में कहा गया है कि इन एंड्रॉयड फोन में मौजूद डिजिटल साक्ष्य—जैसे कॉल रिकॉर्ड, मैसेजिंग ऐप्स का डेटा, लोकेशन हिस्ट्री और अन्य तकनीकी जानकारी—से यह संकेत मिलता है कि पहलगाम हमले में शामिल आतंकी पाकिस्तान से आए थे या वहां बैठे हैंडलरों के सीधे संपर्क में थे। जांच एजेंसी के अधिकारियों का मानना है कि इन फोन से मिले इनपुट्स ने सीमा पार आतंकी नेटवर्क, उनके संचार के तरीकों और साजिश की कड़ियों को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
एनआईए के मुताबिक, अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले की जांच के दौरान कई सुराग सामने आए थे, लेकिन डाचीगाम मुठभेड़ के बाद बरामद मोबाइल फोन इस मामले में ‘गेम-चेंजर’ साबित हुए। इन उपकरणों की फॉरेंसिक जांच से न केवल आतंकियों की पहचान और मूवमेंट को ट्रैक करने में मदद मिली, बल्कि यह भी सामने आया कि हमले की योजना और निर्देश सीमा पार से दिए गए थे।
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चार्जशीट दाखिल किए जाने के साथ ही मामले में कानूनी प्रक्रिया ने औपचारिक रूप से गति पकड़ ली है। एनआईए का कहना है कि आगे की जांच में अन्य डिजिटल और तकनीकी साक्ष्यों को भी अदालत के सामने रखा जाएगा, ताकि इस आतंकी साजिश की पूरी तस्वीर स्पष्ट हो सके। सुरक्षा एजेंसियां इस घटनाक्रम को आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई में एक महत्वपूर्ण कदम मान रही हैं।
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