त्रिपुरा में घुसपैठियों के लिए फर्जी दस्तावेज बनाने के आरोप में NIA की छापेमारी
NIA ने त्रिपुरा के उनाकोटी जिले में फर्जी दस्तावेज बनाकर घुसपैठ कराने वाले गिरोह पर छापेमारी की। दो संदिग्धों से पूछताछ, जांच जारी है।
त्रिपुरा में अवैध घुसपैठ और मानव तस्करी के खिलाफ एक बड़े अभियान के तहत राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने त्रिपुरा पुलिस के साथ मिलकर बुधवार तड़के उनाकोटी जिले में कई जगहों पर छापेमारी की। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी और फर्जी पहचान पत्र बनाने वाले गिरोह के खिलाफ की गई।
इस अभियान का मुख्य फोकस दो संदिग्धों — परीतोष शिल (45), जो एक सैलून चलाते हैं, और रनु पाल (42), जो एक फेरीवाले हैं — पर था। दोनों पर घुसपैठियों के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करने के आरोप हैं। यह मामला वर्ष 2023 में दर्ज अवैध घुसपैठ से संबंधित केस से जुड़ा है।
अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन वरिष्ठ NIA और जिला पुलिस अधिकारियों की देखरेख में तलाशी और जांच जारी है।
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परीतोष शिल ने बताया कि NIA की टीम ने उनके घर पर करीब तीन घंटे तक पूछताछ की। जांच के दौरान उन्हें एक व्यक्ति “रहीम” की तस्वीर दिखाई गई, जिसके साथ उनके मोबाइल नंबर से 13 कॉल दर्ज थे। शिल ने दावा किया कि वह इस व्यक्ति को नहीं जानते और संभव है कि किसी और ने उनका फोन इस्तेमाल किया हो। उन्हें 20 नवंबर को NIA अहमदाबाद कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
गौरतलब है कि NIA ने पिछले वर्ष भी सोनामुरा (सेपाहिजाला जिला) और देश के अन्य राज्यों में अल-कायदा से जुड़े बांग्लादेशी नेटवर्क पर छापेमारी की थी, जिसमें आतंकी फंडिंग और डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए थे।