सर्जरी के लाइव प्रसारण पर एनएमसी की नई गाइडलाइन: मरीजों की भलाई और नैतिकता पर ज़ोर
एनएमसी की नई गाइडलाइन के अनुसार, सर्जरी का लाइव प्रसारण केवल शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए होना चाहिए। मरीज की सुरक्षा, गोपनीयता और चिकित्सकीय नैतिकता का पूर्ण पालन अनिवार्य है।
नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने सर्जरी के लाइव प्रसारण को लेकर नई दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिनका उद्देश्य मरीजों की भलाई सुनिश्चित करना और चिकित्सा पेशे में नैतिक मानकों को बनाए रखना है। इन दिशा-निर्देशों में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सर्जरी के लाइव प्रसारण केवल और केवल शैक्षणिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए किए जाएं, न कि व्यावसायिक लाभ या प्रचार-प्रसार के लिए।
एनएमसी के अनुसार, सर्जनों को ऐसे प्रसारण के दौरान आत्मप्रशंसा या प्रदर्शन से बचना चाहिए। उन्हें इस प्रक्रिया को पूर्ण रूप से पेशेवर और नैतिक दृष्टिकोण से संचालित करना होगा। मरीज की गोपनीयता और सहमति को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
दिशानिर्देशों में कहा गया है कि किसी भी लाइव सर्जरी से पहले मरीज या उसके अभिभावक से लिखित सहमति लेना अनिवार्य होगा। यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि मरीज को इस प्रसारण से कोई मानसिक या शारीरिक असुविधा न हो। साथ ही, प्रसारण के दौरान मरीज की पहचान गुप्त रखी जाए।
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एनएमसी ने मेडिकल संस्थानों, अस्पतालों और डॉक्टरों को सलाह दी है कि वे इन दिशानिर्देशों का पालन करते हुए सर्जरी का प्रसारण करें ताकि चिकित्सा शिक्षा का स्तर ऊंचा उठ सके, और मरीजों के अधिकारों की रक्षा की जा सके।
यह पहल भारत में चिकित्सा नैतिकता को मजबूत करने और मरीजों की गरिमा बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
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