विपक्षी नेताओं ने लोकसभा में बिहार की मतदाता सूची संशोधन पर चर्चा की मांग की
विपक्षी नेताओं ने लोकसभा में बिहार की मतदाता सूची संशोधन पर चर्चा की मांग की; सांसदों का कहना है कि यह मतदान अधिकार और निष्पक्ष चुनाव की पारदर्शिता को सीधे प्रभावित करता है।
विपक्षी दलों के नेताओं ने लोकसभा में बिहार की मतदाता सूची (Electoral Roll) संशोधन प्रक्रिया पर तत्काल चर्चा की मांग की है। उनका कहना है कि इस संशोधन का सीधा असर लोगों के मतदान के अधिकार और स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनावों के संचालन पर पड़ेगा।
विपक्षी सांसदों ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा कि मतदाता सूची में संशोधन से कई योग्य मतदाताओं के नाम हटाए जाने या जोड़े जाने में गड़बड़ी की आशंका है। इससे चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता प्रभावित हो सकती है।
नेताओं का कहना है कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए यह जरूरी है कि मतदाता सूची पूरी तरह सटीक और निष्पक्ष हो। उन्होंने मांग की कि संसद में इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा हो, ताकि सरकार इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित कर सके।
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सांसदों ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग और सरकार को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मतदाता सूची में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या पक्षपात न हो, जिससे बिहार में आगामी चुनावों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि मतदाता सूची का समय-समय पर संशोधन आवश्यक है, लेकिन इसे सही तरीके से न किए जाने पर लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन हो सकता है।