भारत संग तनाव के बाद पाकिस्तान में आर्मी रॉकेट फोर्स का गठन
पाकिस्तान ने मिसाइल कार्यक्रम की निगरानी के लिए ‘आर्मी रॉकेट फोर्स’ बनाई। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ़ ने कहा, यह बल भारत संग तनाव के बीच सुरक्षा और रणनीतिक क्षमता बढ़ाएगा।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ़ ने देश की 78वीं स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर एक नई सैन्य इकाई ‘आर्मी रॉकेट फोर्स’ (Army Rocket Force) के गठन की घोषणा की। इस बल का उद्देश्य मिसाइल प्रणाली की निगरानी और संचालन क्षमता को मज़बूत करना है।
सरकार के मुताबिक, यह कदम हाल ही में भारत के साथ बढ़े तनाव के बाद उठाया गया है। शहबाज शरीफ़ ने कहा कि पाकिस्तान की सुरक्षा को किसी भी तरह की चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए इस नई फोर्स को अत्याधुनिक तकनीक और विशेषज्ञ संसाधनों से लैस किया जाएगा।
नई इकाई सेना के मौजूदा मिसाइल प्रोग्राम की देखरेख करेगी और इसे बेहतर कमान एवं नियंत्रण प्रणाली से जोड़ा जाएगा। पाकिस्तान के रक्षा विश्लेषकों का मानना है कि इस फोर्स के गठन से सेना की रणनीतिक क्षमता में इज़ाफ़ा होगा और मिसाइल कार्यक्रम का संचालन और भी संगठित और प्रभावी हो सकेगा।
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भारत-पाकिस्तान संबंधों में हाल के महीनों में बढ़ी तल्ख़ी के बीच यह घोषणा अहम मानी जा रही है। पाकिस्तान सरकार का कहना है कि यह कदम देश की रक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने की दिशा में है, जबकि कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि इससे क्षेत्र में हथियारों की दौड़ और तेज हो सकती है।
शहबाज शरीफ़ ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है लेकिन किसी भी आक्रामकता का जवाब देने में सक्षम है। उन्होंने सेना और वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए कहा कि यह नई फोर्स देश की रणनीतिक स्वायत्तता को मज़बूत करेगी।
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