विभाजन भय स्मरण दिवस लोगों को भारत की अखंडता की रक्षा के लिए सतर्क करता है: पवन कल्याण
पवन कल्याण ने कहा कि ‘विभाजन भय स्मरण दिवस’ लोगों को भारत की अखंडता की रक्षा के लिए सतर्क रहने और जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा देता है।
सिनेमा अभिनेता और राजनीतिक नेता पवन कल्याण ने ‘विभाजन भय स्मरण दिवस’ पर जोर देते हुए कहा कि यह दिन लोगों को भारत की अखंडता की रक्षा के लिए सतर्क रहने की सीख देता है। उन्होंने कहा कि विभाजन की भयावह घटनाओं ने हमें यह सिखाया कि देश की एकता, संप्रभुता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा करना हर नागरिक का कर्तव्य है।
पवन कल्याण ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके विवेकपूर्ण और दृढ़ नेतृत्व में एक ‘नया भारत’ आकार ले रहा है। यह नया भारत जिम्मेदार, सतर्क और निर्णायक है। उन्होंने यह भी कहा कि बदलते वैश्विक और आंतरिक परिदृश्य में नागरिकों को अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजग रहना आवश्यक है।
उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ‘विभाजन भय स्मरण दिवस’ केवल अतीत की याद दिलाने का दिन नहीं है, बल्कि यह लोगों को आने वाली पीढ़ियों के लिए सीखने और जागरूक रहने का अवसर भी प्रदान करता है। विभाजन की त्रासदियों से मिली सीख हमें सामाजिक एकता, देशभक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों की अहमियत को समझने में मदद करती है।
और पढ़ें: एआई और वैश्विक भू-राजनीति से मुकाबला करने के लिए भारत को ज्ञान निर्माण का केंद्र बनाना होगा
पवन कल्याण ने लोगों से अपील की कि वे इतिहास से मिली चेतावनियों को न भूलें और देश की अखंडता और समृद्धि सुनिश्चित करने के लिए सतर्क और जिम्मेदार बने रहें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में विकसित हो रहा नया भारत हर नागरिक की सक्रिय भागीदारी और सजगता पर निर्भर है।
उन्होंने निष्कर्ष में यह भी कहा कि यह दिन हमें याद दिलाता है कि केवल सतर्कता और जिम्मेदारी के साथ ही भारत की अखंडता, सुरक्षा और विकास सुनिश्चित किया जा सकता है।
और पढ़ें: ट्रंप-पुतिन वार्ता से पहले लंदन में ज़ेलेंस्की और स्टार्मर की मुलाक़ात