स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी का 103 मिनट का भाषण, अब तक का सबसे लंबा संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर 103 मिनट का भाषण देकर नया रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने भारत की प्रगति, सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और वैश्विक भूमिका पर विस्तृत चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले के प्राचीर से 103 मिनट का भाषण देकर एक नया रिकॉर्ड बनाया। यह भाषण किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का अब तक का सबसे लंबा स्वतंत्रता दिवस संबोधन है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ही पिछले वर्ष के 98 मिनट के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने भारत की प्रगति, राष्ट्रीय सुरक्षा, आत्मनिर्भरता, प्रौद्योगिकी विकास, सामाजिक उत्थान और वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने ‘विकसित भारत’ के विज़न पर जोर देते हुए आने वाले वर्षों के लिए सरकार की योजनाओं का खाका पेश किया।
मोदी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचे, महिला सशक्तिकरण और युवाओं के रोजगार से जुड़े कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत तेजी से बदलते वैश्विक परिदृश्य में निर्णायक भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ाने और सीमाओं पर सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
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उन्होंने भ्रष्टाचार और परिवारवाद के खिलाफ जारी लड़ाई पर भी जोर दिया और जनता से ‘स्वच्छ और पारदर्शी शासन’ के अभियान में सहयोग की अपील की। प्रधानमंत्री ने यह भी रेखांकित किया कि भारत न केवल आर्थिक शक्ति बन रहा है, बल्कि विश्व राजनीति में एक विश्वसनीय साझेदार के रूप में उभर रहा है।
इतिहासकारों के अनुसार, स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषणों में यह न केवल समय के लिहाज से रिकॉर्ड है, बल्कि विषय-वस्तु की व्यापकता के कारण भी उल्लेखनीय है।