प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के ‘तेल शुल्क’ के बाद पुतिन से बात की, भारत-रूस संबंधों को और मजबूत करने का reaffirmation
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन से बातचीत में भारत-रूस संबंधों को मजबूत करने का reaffirmation किया और उन्हें इस साल भारत आने के लिए वार्षिक शिखर सम्मेलन का न्योता दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए ‘तेल शुल्क’ के कुछ दिन बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की। इस बातचीत में दोनों नेताओं ने भारत और रूस के बीच संबंधों को और गहरा करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को इस साल भारत आने के लिए आमंत्रित भी किया, जहां दोनों देश वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन आयोजित करेंगे। यह सम्मेलन दोनों देशों के बीच राजनीतिक, आर्थिक और रक्षा सहयोग को और बढ़ावा देने का अवसर होगा।
भारत और रूस के बीच लंबे समय से मजबूत साझेदारी रही है, खासकर रक्षा और ऊर्जा के क्षेत्र में। दोनों देशों ने इस बातचीत के दौरान वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों के बीच सहयोग बढ़ाने पर भी चर्चा की।
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प्रधानमंत्री मोदी ने रूस के साथ अपनी रणनीतिक साझेदारी को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि भारत इस सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाना चाहता है। वहीं, पुतिन ने भी भारत को क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर एक मजबूत भागीदार के रूप में देखा।
ट्रंप द्वारा लगाए गए तेल शुल्क को लेकर भारत ने अपनी स्थिति स्पष्ट की है, और इस बातचीत से दोनों देशों के बीच ऊर्जा सहयोग और रणनीतिक साझेदारी में किसी भी बाधा को दूर करने की कोशिश की गई है।
यह वार्ता भारत-रूस के दीर्घकालिक सहयोग को मजबूत करने और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए एक सकारात्मक संकेत मानी जा रही है।
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