आर्थिक मजबूती के साथ कर बोझ में और राहत: प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की आर्थिक मजबूती के साथ कर बोझ में और राहत दी जाएगी। जीएसटी सुधार और आत्मनिर्भर भारत पर जोर, निवेश और विकास बढ़ाने के लिए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती के साथ ही आम जनता और उद्योगों पर कर बोझ में और राहत दी जाएगी। उन्होंने यह आश्वासन हाल ही में एक आर्थिक सम्मेलन में दिया, जिसमें देश की आर्थिक वृद्धि, निवेश और आत्मनिर्भरता पर जोर दिया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार लगातार जीएसटी सुधारों (Goods and Services Tax) पर काम कर रही है, ताकि कर प्रणाली सरल, पारदर्शी और व्यवसाय के अनुकूल हो। उनका कहना है कि इन सुधारों से करदाता को राहत मिलेगी और देश की आर्थिक वृद्धि को और गति मिलेगी।
मोदी ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के महत्व पर भी प्रकाश डाला और कहा कि देश की आर्थिक मजबूती का आधार स्थानीय उत्पादन, नवाचार और निवेश है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार का उद्देश्य केवल करों को कम करना नहीं है, बल्कि अर्थव्यवस्था में दीर्घकालिक स्थिरता और विकास सुनिश्चित करना है।
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प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि वर्तमान समय में भारत की अर्थव्यवस्था ने कई चुनौतियों के बावजूद मजबूती दिखाई है। इसके परिणामस्वरूप सरकार कर नीति में बदलाव और राहत प्रदान करने के लिए सक्षम है। उन्होंने यह भी कहा कि छोटे और मध्यम उद्योगों को कर में राहत देने से रोजगार और निवेश दोनों बढ़ेंगे।
विशेषज्ञों का मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान से निवेशकों और आम जनता में सकारात्मक आशावाद पैदा होगा। कर राहत और जीएसटी सुधारों के माध्यम से भारत वैश्विक निवेश आकर्षित करने में और सक्षम बनेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अंत में यह संदेश दिया कि भारत की आर्थिक वृद्धि का रास्ता सशक्त और आत्मनिर्भर भारत की ओर ही जाएगा।
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