सूडान में हिंसा पर पोप लियो की अपील — तुरंत संघर्षविराम और राहत कार्य शुरू करने का आग्रह
पोप लियो ने सूडान के दारफुर में बढ़ती हिंसा पर चिंता जताते हुए तत्काल संघर्षविराम, मानवीय सहायता के मार्ग खोलने और तंजानिया में संवाद के लिए अपील की।
पोप लियो ने रविवार (2 नवंबर 2025) को सूडान में जारी हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए तत्काल संघर्षविराम और मानवीय सहायता के मार्ग खोलने की अपील की। उन्होंने कहा कि वे दारफुर के अल-फशीर शहर से आ रही “भयानक अत्याचारों” की खबरों को बहुत दुख के साथ देख रहे हैं।
सेंट पीटर्स स्क्वायर में साप्ताहिक ‘एंजेलस’ संबोधन के दौरान पोप लियो ने कहा,
“महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अंधाधुंध हिंसा, निर्दोष नागरिकों पर हमले और मानवीय सहायता में बाधाएं — ये अस्वीकार्य पीड़ा का कारण बन रहे हैं।”
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उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से निर्णायक और उदार कदम उठाने का आग्रह किया ताकि राहत कार्यों को गति मिल सके।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार को बताया था कि पिछले महीने के अंत में रैपिड सपोर्ट फोर्सेस (RSF) ने अल-फशीर पर कब्जा कर लिया था, जो दारफुर में सूडानी सेना का अंतिम प्रमुख ठिकाना था। इस हमले में सैकड़ों नागरिकों और निहत्थे लड़ाकों की मौत की आशंका जताई गई है।
पोप लियो ने तंजानिया की स्थिति पर भी चिंता जताई, जहां हालिया राष्ट्रीय चुनावों के बाद झड़पों में कई लोग मारे गए हैं। उन्होंने सभी पक्षों से हिंसा छोड़ संवाद का रास्ता अपनाने की अपील की।
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