प्रशांत किशोर ने अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान पर लगाया उम्मीदवारों को डराने का आरोप
प्रशांत किशोर ने अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान पर उनके उम्मीदवारों को डराकर नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया, भाजपा ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
जन सुराज पार्टी के संस्थापक और रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने मंगलवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को डराकर बिहार विधानसभा चुनाव के महत्वपूर्ण क्षेत्रों से नामांकन वापस लेने के लिए मजबूर किया।
किशोर ने कहा कि भाजपा आगामी विधानसभा चुनावों में अपने वर्चस्व को बनाए रखने के लिए दबाव तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने दावा किया, “भाजपा हमेशा यह दिखाती रही है कि चाहे कोई भी जीते, वे सरकार बनाएंगे। लेकिन इस बार जन सुराज ने उनकी आत्मविश्वास को हिला दिया है।”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि यदि निर्वाचन आयोग उम्मीदवारों की सुरक्षा सुनिश्चित नहीं कर सकता, तो वह मतदाताओं की सुरक्षा कैसे करेगा। किशोर ने निर्वाचन आयोग से मांग की कि सभी उम्मीदवारों को सुरक्षित वातावरण प्रदान किया जाए ताकि वे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव लड़ सकें।
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इस मामले में भाजपा की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी 243 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही थी, लेकिन दबाव के कारण कुछ उम्मीदवारों ने नामांकन वापस लिया। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि लोकतंत्र पर यह हमला स्वीकार्य नहीं है और चुनाव प्रक्रिया में हस्तक्षेप की यह कोशिश गंभीर चिंता का विषय है।
किशोर के आरोपों ने बिहार चुनावी परिदृश्य में नई हलचल पैदा कर दी है और विपक्षी दलों की चिंता बढ़ा दी है। यह मामला चुनाव आयोग और केंद्रीय नेतृत्व के बीच मतभेद को उजागर करता है।