7-8 साल पहले की चुनौतियों के मुकाबले अब पीएसयू बैंकों की बैलेंस शीट मजबूत: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएसयू बैंकों की बैलेंस शीट अब बेहद मजबूत है। सात-आठ साल पहले की वित्तीय समस्याएं अब खत्म हो चुकी हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSU Banks) ने पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय सुधार किया है और अब उनकी बैलेंस शीट बेहद मजबूत स्थिति में है। उन्होंने बताया कि सात से आठ साल पहले बैंकिंग क्षेत्र को जिन ‘ट्विन बैलेंस शीट’ समस्याओं का सामना करना पड़ा था, वे अब पूरी तरह पीछे छूट चुकी हैं।
सीतारमण ने कहा कि सरकार के सुधारवादी कदमों और वित्तीय अनुशासन के कारण आज बैंकिंग प्रणाली कहीं अधिक स्थिर और आत्मनिर्भर हो गई है। उन्होंने कहा कि पीएसयू बैंकों ने गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (NPAs) में उल्लेखनीय कमी की है और अब वे ऋण वितरण और निवेश के नए अवसरों को बढ़ाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि बैंकों की पूंजी स्थिति मजबूत हुई है, जिससे वे अब खुदरा, एमएसएमई और कृषि क्षेत्र जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को अधिक ऋण प्रदान करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि आज भारतीय बैंकिंग प्रणाली न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा कर रही है, बल्कि वैश्विक निवेशकों का भी विश्वास जीत रही है।
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सीतारमण ने कहा कि सरकार ने बैंकिंग क्षेत्र में पारदर्शिता, उत्तरदायित्व और डिजिटल नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। परिणामस्वरूप, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अब विकास के इंजन की भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में भारत का बैंकिंग सेक्टर आर्थिक वृद्धि का प्रमुख आधार बनेगा और वैश्विक स्तर पर अपनी साख को और मजबूत करेगा।