रायबरेली लिंचिंग संविधान, दलितों और मानवता के खिलाफ अपराध है : मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी का संयुक्त बयान
खड़गे और राहुल गांधी ने रायबरेली लिंचिंग को संविधान, दलितों और मानवता के खिलाफ अपराध बताया और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
रायबरेली में हाल ही में हुई दलित युवक की भीड़ हत्या (लिंचिंग) की घटना को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। दोनों नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि संविधान, दलित समुदाय और मानवता के खिलाफ जघन्य अपराध है।
बयान में कहा गया है कि “भीड़तंत्र (mobocracy), बुलडोजर अन्याय (bulldozer injustice) और भीड़ द्वारा हत्या (mob lynching) आज के समय की भयावह पहचान बन चुके हैं।” खड़गे और गांधी ने कहा कि संविधान द्वारा सभी नागरिकों को समान अधिकार दिए गए हैं, लेकिन आज देश में कानून का राज कमजोर होता जा रहा है और कमजोर तबकों पर अत्याचार बढ़ रहे हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह विफल हो चुकी है और राज्य सरकार संविधान की मूल भावना — न्याय, समानता और भाईचारे — की रक्षा करने में नाकाम रही है। दोनों नेताओं ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह इस घटना की निष्पक्ष और तेज़ न्यायिक जांच सुनिश्चित करे और दोषियों को सख्त सज़ा दिलाए।
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राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दलितों और शोषित वर्गों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
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