कांग्रेस विधायक राहुल मामकूतथिल केरल विधानसभा में उपस्थित, यौन दुर्व्यवहार आरोपों के बीच राजनीतिक बहिष्कार समाप्त
कांग्रेस विधायक राहुल मामकूतथिल ने यौन दुर्व्यवहार आरोपों के बीच अपने स्व-निर्धारित राजनीतिक बहिष्कार को समाप्त किया और विधानसभा में उपस्थित होकर निर्धारित सीट पर बैठ गए।
कांग्रेस के विधायक राहुल मामकूतथिल ने केरल विधानसभा में पहली बार उपस्थिति दर्ज कराई और अपने स्व-निर्धारित राजनीतिक बहिष्कार को समाप्त किया। यह कदम ऐसे समय में आया है जब उन पर यौन दुर्व्यवहार के आरोप लगे हुए हैं, और राजनीतिक हलकों में उनकी वापसी को लेकर चर्चा रही।
विधानसभा में उपस्थित होने पर मामकूतथिल ने विधायक के रूप में निर्धारित सीट पर कब्ज़ा किया, जो विपक्ष और ट्रेज़री बेंच से दूर रखी गई थी। यह व्यवस्था स्पीकर ए.एन. शम्सीर द्वारा की गई थी, ताकि किसी भी विवाद या अशांति की स्थिति से बचा जा सके।
सांसदों और राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, मामकूतथिल की वापसी से विधानसभा में कांग्रेस के पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीतिक समीकरण पर प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने अपनी उपस्थिति को व्यक्तिगत और राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताया।
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विपक्ष ने उनकी वापसी पर मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। कुछ नेताओं ने कहा कि राजनीतिक जिम्मेदारी निभाना हर विधायक का कर्तव्य है, जबकि अन्य ने यौन दुर्व्यवहार के आरोपों पर चिंता व्यक्त की। मामकूतथिल पर लगे आरोपों की जांच अभी जारी है, और यह मामला न्यायिक और पार्टी स्तर पर दोनों जगह चर्चा का विषय बना हुआ है।
विशेषज्ञों का मानना है कि विधायक की वापसी के बावजूद, विधानसभा में उनका प्रभाव सीमित हो सकता है, क्योंकि राजनीतिक और नैतिक दृष्टिकोण से यह विवाद अब भी हल नहीं हुआ है।
मामकूतथिल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया का सम्मान करते हुए अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए विधानसभा में लौटे हैं।
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