उत्तराखंड में भूस्खलन से 2 की मौत, हिमाचल में 606 सड़कें बंद
उत्तराखंड में भूस्खलन से 2 मौतें, हिमाचल में 606 सड़कें बंद। इस मानसून में राज्य में 46 क्लाउडबर्स्ट, 98 फ्लैश फ्लड और 146 भूस्खलन से अब तक 424 जानें गईं।
मानसून ने उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में भारी तबाही मचाई है। ताज़ा घटनाओं में उत्तराखंड के कई इलाकों में भूस्खलन के कारण 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हुए हैं। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव दल तैनात कर दिए हैं। वहीं, लगातार बारिश के कारण कई गांवों का संपर्क टूट गया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
हिमाचल प्रदेश की स्थिति और भी गंभीर बनी हुई है। राज्य में भारी वर्षा और पहाड़ी ढलानों के धंसने से अब तक 606 सड़कें पूरी तरह बंद हो गई हैं, जिससे आवागमन ठप हो गया है। परिवहन व्यवस्था प्रभावित होने से स्थानीय लोगों और पर्यटकों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इस साल मानसून की शुरुआत से अब तक हिमाचल प्रदेश में 46 क्लाउडबर्स्ट, 98 अचानक आई बाढ़ (फ्लैश फ्लड) और 146 बड़े भूस्खलन दर्ज किए जा चुके हैं। इन घटनाओं में अब तक 424 लोगों की जान जा चुकी है। राज्य सरकार ने इसे आपदा की गंभीर स्थिति बताते हुए केंद्र से अतिरिक्त सहायता मांगी है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण पहाड़ी राज्यों में आपदाओं की तीव्रता और आवृत्ति लगातार बढ़ रही है। कमजोर ढांचागत सुविधाएं और अनियंत्रित निर्माण कार्य स्थिति को और गंभीर बना रहे हैं।
उत्तराखंड और हिमाचल, दोनों ही राज्यों में प्रशासन लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील कर रहा है। साथ ही, राहत कार्यों को तेज़ी से आगे बढ़ाया जा रहा है ताकि प्रभावित लोगों को तत्काल मदद पहुंचाई जा सके।
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