ट्रंप के सख्त टैरिफ शर्तों के पीछे चीन की चुनौती और भारत की रणनीतिक स्वायत्तता की कोशिश: राम माधव
राम माधव ने कहा कि ट्रंप के भारत पर सख्त टैरिफ और बयानबाजी का संबंध केवल भारत से नहीं बल्कि चीन की चुनौती और भारत की रणनीतिक स्वायत्तता से भी जुड़ा है।
वरिष्ठ भाजपा नेता राम माधव ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए सख्त टैरिफ और कठोर बयानबाजी का कारण सिर्फ भारत नहीं है। इसके पीछे चीन की बढ़ती चुनौती और भारत की रणनीतिक स्वायत्तता हासिल करने की कोशिशें भी शामिल हैं।
राम माधव ने बताया कि ट्रंप ने हाल ही में भारत के खिलाफ 25% टैरिफ और अतिरिक्त दंडात्मक शुल्क की घोषणा की है, साथ ही भारत की रूस के साथ ऊर्जा और हथियार खरीद में भागीदारी पर भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनके अनुसार, यह मुद्दा अमेरिका-भारत संबंधों से आगे बढ़कर वैश्विक शक्ति संतुलन से जुड़ा है।
उन्होंने कहा, “ट्रंप की नीतियां भारत की स्वतंत्र विदेश नीति और चीन के साथ अमेरिका की प्रतिस्पर्धा दोनों से प्रभावित हैं। भारत जिस तरह से अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखकर स्वतंत्र रणनीति अपना रहा है, वह अमेरिका की अपेक्षाओं से मेल नहीं खाता।”
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राम माधव का मानना है कि भारत को अपने व्यापारिक और सामरिक हितों की रक्षा करते हुए अमेरिका और अन्य वैश्विक शक्तियों के साथ संतुलित संबंध बनाए रखने होंगे। उन्होंने कहा कि भारत को अपनी रणनीतिक स्वायत्तता पर समझौता किए बिना इस तरह की व्यापारिक चुनौतियों का सामना करने की जरूरत है।
विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप की यह नीति आने वाले समय में भारत-अमेरिका संबंधों में और तनाव ला सकती है, खासकर तब जब चीन इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में तेजी से अपना प्रभाव बढ़ा रहा है।
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