लाल क़िला ब्लास्ट में 2 किलो से अधिक अमोनियम नाइट्रेट इस्तेमाल, उमर नबी ने 10 मिनट में बनाया विस्फोटक
लाल क़िला ब्लास्ट में 2 किलो से अधिक अमोनियम नाइट्रेट इस्तेमाल हुआ। उमर नबी ने पार्किंग में विस्फोटक तैयार किया। 13 की मौत, 23 घायल। जांच में आतंकी मॉड्यूल का खुलासा।
दिल्ली के लाल क़िले के पास 10 नवंबर को हुए घातक धमाके में 2 किलो से अधिक अमोनियम नाइट्रेट का इस्तेमाल किया गया था। जांच एजेंसियों से जुड़े सूत्रों के अनुसार, विस्फोट में उपयोग किए गए पदार्थों में अमोनियम नाइट्रेट, पेट्रोलियम और अन्य डेटोनेटिंग सामग्री शामिल थी। इस धमाके में 13 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 23 से अधिक घायल हुए थे।
विस्फोटक कार का चालक उमर नबी, जो हरियाणा के फ़रीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर था, कथित तौर पर बम बनाने में माहिर था। फॉरेंसिक टीम द्वारा एकत्र किए गए 52 से अधिक नमूनों की जांच में पता चला कि उमर नबी यह विस्फोटक 5 से 10 मिनट में तैयार कर सकता था। माना जा रहा है कि उसने यह विस्फोटक लाल क़िले के पास स्थित पार्किंग में ही तैयार किया था, जहां उसकी कार तीन घंटे से अधिक खड़ी रही।
उमर नबी दोपहर 3:19 बजे पार्किंग में प्रवेश किया और 6:28 बजे बाहर निकला। लगभग 30 मिनट बाद उसकी Hyundai i20 लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के पास ट्रैफिक सिग्नल पर विस्फोट हो गई, जिससे कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
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सूत्रों के मुताबिक, नबी का शुरुआती प्लान पार्किंग क्षेत्र में विस्फोट करना था, लेकिन अपने सहयोगियों की गिरफ्तारी और फ़रीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटकों की बरामदगी के बाद वह घबरा गया। जब वह लाल क़िले पहुंचा तो सोमवार होने के कारण वहां भीड़ नहीं थी।
घटनास्थल से कुछ घंटे पहले, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद कर जैश-ए-मोहम्मद और अंसार ग़ज़वत-उल-हिंद से जुड़े एक अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय “व्हाइट कॉलर” आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया।
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