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REITs को इक्विटी के रूप में वर्गीकृत करने का फैसला भारतीय रियल एस्टेट में निवेश बढ़ाएगा: उद्योग

REITs को 'इक्विटी' के रूप में वर्गीकृत करने से भारतीय रियल एस्टेट में निवेश बढ़ेगा। उद्योग ने इसे स्वागतयोग्य बताया, जिससे अधिक REITs की लिस्टिंग और निवेश बढ़ने की संभावना है।

भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए भारतीय REITs एसोसिएशन ने REITs को 'इक्विटी' के रूप में वर्गीकृत करने के निर्णय का स्वागत किया है। उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि यह निर्णय देश में रियल एस्टेट निवेश को नई गति देगा और निवेशकों को आकर्षित करेगा।

REITs (Real Estate Investment Trusts) का उद्देश्य रियल एस्टेट में निवेश करने वाले छोटे और बड़े निवेशकों को साझा निवेश का अवसर प्रदान करना है। अब जब इन्हें इक्विटी के रूप में वर्गीकृत किया गया है, तो इससे निवेशकों को लाभांश, कैपिटल गेन और लिक्विडिटी के बेहतर अवसर मिलेंगे। यह कदम न केवल मौजूदा REITs के प्रदर्शन को बेहतर करेगा बल्कि भारत में और अधिक REITs के लिस्टिंग को भी बढ़ावा देगा।

भारतीय REITs एसोसिएशन ने कहा कि यह निर्णय रियल एस्टेट सेक्टर में व्यापक निवेश को प्रोत्साहित करेगा। निवेशक अब अधिक पारदर्शी और संरचित तरीके से रियल एस्टेट में निवेश कर पाएंगे, जिससे बाजार की स्थिरता और विकास में मदद मिलेगी।

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विशेषज्ञों का मानना है कि इस बदलाव से भारत में रियल एस्टेट बाजार का स्वरूप बदल सकता है। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए REITs अब अधिक लचीले और लाभकारी विकल्प प्रदान करेंगे। साथ ही, विदेशी निवेशकों के लिए भी भारत का रियल एस्टेट सेक्टर अधिक आकर्षक बनेगा।

इस निर्णय को उद्योग और निवेशकों दोनों द्वारा सकारात्मक बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। इससे भारत के रियल एस्टेट बाजार में निवेश की प्रवृत्ति में वृद्धि होगी और यह सेक्टर दीर्घकालिक विकास की ओर अग्रसर होगा।

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