अक्टूबर 2025 में खुदरा महंगाई दर ऐतिहासिक रूप से घटी, 0.25% पर पहुंची
अक्टूबर 2025 में खुदरा महंगाई घटकर 0.25% हुई, जो अब तक की सबसे कम दर है। सरकार ने इसका कारण जीएसटी कटौती और खाद्य कीमतों में गिरावट बताया।
अक्टूबर 2025 में देश की खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) घटकर सिर्फ 0.25% रह गई, जो अब तक की सबसे न्यूनतम दर मानी जा रही है। सरकार ने इस गिरावट का श्रेय जीएसटी दरों में कटौती, फूड आइटम्स की कीमतों में कमी और फेवरबल बेस इफेक्ट को दिया है।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, यह गिरावट कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) की मौजूदा श्रृंखला में दर्ज की गई अब तक की सबसे कम दर है। यानी, जनवरी 2012 के बाद से पहली बार खुदरा महंगाई इतनी नीचे पहुंची है।
हालांकि, रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि खाद्य वस्तुओं को छोड़कर, लगभग सभी श्रेणियों में इस वर्ष की तुलना में पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक महंगाई दर दर्ज की गई है। इसका मतलब यह है कि कुल महंगाई में कमी का मुख्य कारण सब्जियों और फलों की कीमतों में गिरावट है, जबकि अन्य वस्तुएं अभी भी महंगी बनी हुई हैं।
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विश्लेषकों के अनुसार, जीएसटी दरों में हाल ही में की गई कटौती का पूरा असर अक्टूबर माह में देखने को मिला, जिससे उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में थोड़ी राहत मिली। इसके साथ ही, अगले महीनों में महंगाई फिर से बढ़ने की संभावना जताई जा रही है, खासकर यदि खाद्य कीमतों में पुनः वृद्धि होती है।
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि इतनी कम महंगाई दर अल्पकालिक हो सकती है और सरकार को इसे संतुलित रखने के लिए दीर्घकालिक कदम उठाने होंगे, ताकि उपभोक्ता और उत्पादक दोनों को स्थिरता मिले।
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