संभल हिंसा की पहली बरसी पर सख्त सुरक्षा के बीच शांति कायम
संभल हिंसा की पहली बरसी पर पुलिस, 19 मजिस्ट्रेट, आरएएफ और प्रांतीय सशस्त्र पुलिस की तैनाती, फ्लैग मार्च और निगरानी के बीच जिले में शांति कायम रही।
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में सोमवार (24 नवंबर 2025) को हिंसा की पहली बरसी के अवसर पर पुलिस ने कड़े सुरक्षा उपाय किए। पिछले साल इसी दिन, संभल के पश्चिमी हिस्से में 16वीं सदी की जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर व्यापक विरोध-प्रदर्शन हुए थे। यह मस्जिद कथित रूप से पुराने मंदिर की स्थल थी। उस समय हुई झड़पों में पांच लोगों की मौत हुई थी।
इस वर्ष, सुरक्षा बनाए रखने के लिए जिले में पुलिस की कई टीमें, 19 मजिस्ट्रेट, रैपिड एक्शन फोर्स की यूनिट और प्रांतीय सशस्त्र पुलिस बल की दो बटालियन तैनात की गईं। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिन भर फ्लैग मार्च आयोजित किए गए और लगातार निगरानी रखी गई। इसके परिणामस्वरूप जिले में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई।
सुरक्षा बलों की यह तैनाती स्थानीय लोगों के लिए आश्वासन देने और पिछले साल की घटनाओं से संबंधित किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के उद्देश्य से की गई थी। अधिकारियों ने बताया कि सभी संवेदनशील क्षेत्रों में विशेष ध्यान रखा गया और अधिकारियों ने पैदल और वाहन मार्गों पर लगातार गश्त की।
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पुलिस और प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि नागरिक सामान्य जीवन यापन कर सकें और किसी भी तरह की हिंसा या अफवाह फैलने की संभावना न हो। अधिकारियों का कहना है कि इस साल की बरसी शांतिपूर्ण तरीके से मनाई गई, जिससे जिले में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में सफलता मिली।
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