सर्जियो गोर बने अमेरिका के नए भारत राजदूत; ट्रम्प ने भारत-यूएस रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने का भरोसा जताया
सर्जियो गोर ने अमेरिका के भारत राजदूत के रूप में शपथ ली। ट्रम्प ने उन्हें भारत-यूएस रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंध मजबूत करने की जिम्मेदारी सौंपी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सर्जियो गोर को अमेरिका के नए भारत राजदूत और दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के विशेष दूत के रूप में शपथ दिलाई। इस अवसर पर ट्रम्प ने भारत को “विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में से एक” और “सबसे बड़ा देश” करार दिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अमेरिका के “शानदार रिश्ते” को और मजबूत करने के लिए गोर पर भरोसा जताया।
ओवल ऑफिस से बोलते हुए ट्रम्प ने कहा, “आज हम अपने अगले भारत राजदूत और दक्षिण-मध्य एशिया के विशेष दूत सर्जियो गोर के शपथ ग्रहण समारोह के लिए उत्साहित हैं। यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, और सर्जियो इसे बेहतरीन तरीके से निभाएंगे।”
शपथ ग्रहण समारोह में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वैंस, विदेश मंत्री मार्को रूबियो, सचिव स्कॉट बेसेंट, अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी और कई अन्य सांसद उपस्थित थे।
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ट्रम्प ने कहा कि सर्जियो गोर अमेरिका और भारत के रणनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा संबंधों को मजबूत करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा देश है, 1.5 बिलियन से अधिक आबादी वाला है, और यह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमेरिका का महत्वपूर्ण आर्थिक और सुरक्षा सहयोगी है।
सर्जियो गोर ने शपथ लेने के बाद ट्रम्प का धन्यवाद किया और कहा कि वह दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे अमेरिका की प्रमुख उद्योगों और तकनीकों में निवेश बढ़ाने, ऊर्जा निर्यात बढ़ाने और सुरक्षा सहयोग विस्तार पर काम करेंगे।
सर्जियो गोर को अगस्त में ट्रम्प द्वारा भारत का अगले राजदूत और दक्षिण-मध्य एशियाई मामलों के विशेष दूत के रूप में नामित किया गया था। शपथ ग्रहण से पहले अक्टूबर में उन्होंने भारत का दौरा किया और पीएम मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल से मुलाकात की थी।
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