तेलंगाना में बैटरी-ग्रेड लिथियम रिफाइनरी की दिशा में बड़ा कदम, सिंगरेनी कोलियरीज और ऑल्टमिन के बीच करार
सिंगरेनी कोलियरीज और ऑल्टमिन ने तेलंगाना में 2,250 करोड़ रुपये की बैटरी-ग्रेड लिथियम रिफाइनरी स्थापित करने के लिए एमओयू किया, जो 2027 तक शुरू होगी।
भारत में स्वच्छ ऊर्जा और इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) क्षेत्र को मजबूती देने की दिशा में एक अहम पहल के तहत सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी लिमिटेड (एससीसीएल) और हैदराबाद स्थित ऑल्टमिन (Altmin) ने तेलंगाना में बैटरी-ग्रेड लिथियम रिफाइनरी स्थापित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह परियोजना भारत की पहली बड़े पैमाने की बैटरी-ग्रेड लिथियम रिफाइनरी होगी।
प्रस्तावित परियोजना के तहत लगभग 2,250 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा और तेलंगाना में प्रति वर्ष 30,000 टन लिथियम कार्बोनेट उत्पादन क्षमता वाली रिफाइनरी स्थापित की जाएगी। इस रिफाइनरी के वर्ष 2027 तक परिचालन शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके शुरू होने के बाद यह भारत के तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन और ऊर्जा भंडारण पारिस्थितिकी तंत्र को रणनीतिक समर्थन प्रदान करेगी।
तेलंगाना सरकार के अनुसार, यह परियोजना राज्य को भारत की महत्वपूर्ण खनिज आपूर्ति श्रृंखला और स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन के अग्रिम मोर्चे पर स्थापित करेगी। इससे न केवल ईवी बैटरी निर्माण को घरेलू स्तर पर मजबूती मिलेगी, बल्कि आयात पर निर्भरता भी कम होगी।
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यह एमओयू हाल ही में हैदराबाद में आयोजित ‘तेलंगाना राइजिंग समिट’ के दौरान मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी की उपस्थिति में संपन्न हुआ। राज्य सरकार ने सोमवार (15 दिसंबर 2025) को जारी एक बयान में कहा कि यह परियोजना रोजगार सृजन, तकनीकी विकास और औद्योगिक निवेश को भी बढ़ावा देगी।
सिंगरेनी कोलियरीज और ऑल्टमिन के बीच यह साझेदारी भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर मानी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की परियोजनाएं देश को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ वैश्विक ईवी और ऊर्जा भंडारण बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाएंगी।
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