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एआई के जरिए हो रहा है SIR, चुनाव से पहले गरीबों को किया जा रहा है परेशान: ममता बनर्जी

ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि एआई के जरिए हो रहा SIR एक बड़ा घोटाला है, जिसके नाम पर चुनाव से पहले गरीबों और आम लोगों को परेशान किया जा रहा है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन – SIR) आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए किया जा रहा है और इसे उन्होंने “बहुत बड़ा घोटाला” करार दिया। ममता बनर्जी ने यह बयान 2026 में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बांकुड़ा में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि SIR के नाम पर गरीबों और आम लोगों को लगातार परेशान किया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और तकनीक का इस्तेमाल करके बड़ी संख्या में वास्तविक मतदाताओं के नाम सूची से हटाने की कोशिश की जा रही है। ममता बनर्जी ने दावा किया कि इससे खासतौर पर कमजोर वर्गों, मजदूरों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को नुकसान पहुंच रहा है।

उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले इस तरह की कवायद लोकतंत्र के लिए खतरा है और यह मताधिकार को छीनने की साजिश का हिस्सा हो सकती है। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार और चुनाव आयोग पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि SIR की प्रक्रिया के पीछे राजनीतिक मकसद छिपे हुए हैं। उनके अनुसार, तकनीक का गलत इस्तेमाल कर आम जनता को डराया और भ्रमित किया जा रहा है।

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ममता बनर्जी ने रैली में मौजूद लोगों से सतर्क रहने की अपील की और कहा कि तृणमूल कांग्रेस इस मुद्दे को मजबूती से उठाएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार किसी भी हालत में गरीबों और आम नागरिकों के अधिकारों से समझौता नहीं होने देगी।

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि चुनाव लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व है और इसमें हर नागरिक को बिना किसी डर और दबाव के वोट देने का अधिकार होना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि SIR के नाम पर लोगों को परेशान करना बंद नहीं हुआ, तो उनकी पार्टी सड़कों से लेकर अदालत तक लड़ाई लड़ेगी।

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