सोनम वांगचुक की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका में लगाए संगठित अभियान और बिना आधार के आरोप
सोनम वांगचुक की पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर उनके अवैध हिरासत और उनके खिलाफ चलाए गए संगठित, झूठे और बिना आधार के आरोपों की निंदा की।
सोनम वांगचुक की पत्नी अंगमो ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जिसमें उन्होंने अपने पति के खिलाफ ‘संगठित अभियान’ और ‘बिना आधार आरोप’ की निंदा की है। इस याचिका में वह अपने पति की अवैध हिरासत को चुनौती दे रही हैं। अंगमो की याचिका सोमवार 6 अक्टूबर को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध है।
याचिका में कहा गया है कि सोनम वांगचुक और उनके सहयोगियों के खिलाफ एक झूठा, अनुचित और व्यवस्थित प्रचार अभियान चलाया गया है। अंगमो ने अपने पिटिशन में स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल व्यक्तिगत आरोप नहीं हैं, बल्कि उनके पति और उनके सहयोगियों की साख और पेशेवर प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से चलाया गया है।
अंगमो ने अदालत से अनुरोध किया है कि वह उनके पति की हिरासत की वैधता की समीक्षा करें और इस प्रकार के प्रचार और आरोपों के खिलाफ उचित कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि इस अभियान ने सोनम वांगचुक और उनके सहयोगियों के निजी और सार्वजनिक जीवन को प्रभावित किया है और यह लोकतांत्रिक अधिकारों के खिलाफ है।
और पढ़ें: लेह में नागरिकों की मौत की न्यायिक जांच की मांग पर अड़े सोनम वांगचुक : वकील
याचिका में यह भी कहा गया है कि यह मामला केवल व्यक्तिगत संघर्ष का नहीं है, बल्कि यह न्याय और व्यक्तिगत स्वतंत्रता के अधिकार से जुड़ा है। उनके अनुसार, बिना प्रमाण के आरोपों और अवैध हिरासत ने न्यायिक प्रक्रिया के मूल सिद्धांतों को चुनौती दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की इस मामले में सुनवाई भविष्य में समान प्रकार की कानूनी चुनौतियों और व्यक्तिगत अधिकारों की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण संकेत देगी।