दक्षिण रेलवे ने 30 ट्रेनों में तत्काल टिकट के लिए OTP सत्यापन अनिवार्य किया
दक्षिण रेलवे ने 30 चयनित ट्रेनों में तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ओटीपी सत्यापन अनिवार्य किया है, ताकि दुरुपयोग रोका जा सके और वास्तविक यात्रियों को टिकट मिल सके।
भारतीय रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग प्रणाली को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। दक्षिण रेलवे ने 30 चयनित ट्रेनों में तत्काल टिकट बुकिंग के लिए ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) सत्यापन को अनिवार्य कर दिया है। इस नई व्यवस्था का उद्देश्य नियमित और वास्तविक यात्रियों को सुविधा देना तथा तत्काल टिकट प्रणाली के दुरुपयोग पर अंकुश लगाना है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, लंबे समय से यह शिकायतें मिल रही थीं कि तत्काल टिकट बुकिंग के दौरान बॉट्स, एजेंटों और अनधिकृत सॉफ्टवेयर के जरिए टिकटों की धड़ाधड़ बुकिंग हो जाती है, जिससे आम यात्रियों को टिकट नहीं मिल पाता। ओटीपी आधारित सत्यापन लागू होने से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि टिकट वही व्यक्ति बुक करे, जिसके मोबाइल नंबर से सत्यापन किया गया है।
नई व्यवस्था के तहत, तत्काल टिकट बुकिंग के समय यात्री के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा। इस ओटीपी को निर्धारित समय के भीतर दर्ज करना अनिवार्य होगा, तभी टिकट बुकिंग प्रक्रिया पूरी हो सकेगी। इससे फर्जी बुकिंग, दलालों की भूमिका और स्वचालित सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल पर रोक लगेगी।
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दक्षिण रेलवे ने स्पष्ट किया है कि यह नियम फिलहाल 30 चिन्हित ट्रेनों में लागू किया गया है, जिनकी पूरी सूची रेलवे द्वारा जारी की गई है। भविष्य में इस व्यवस्था को अन्य ट्रेनों और जोनों में भी विस्तार देने पर विचार किया जा सकता है, यदि यह प्रयोग सफल रहता है।
रेलवे का मानना है कि इस कदम से यात्रियों का अनुभव बेहतर होगा, टिकट बुकिंग में पारदर्शिता बढ़ेगी और सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। नियमित यात्रियों को अब उम्मीद है कि तत्काल टिकट पाने की प्रक्रिया अधिक निष्पक्ष होगी और वास्तविक जरूरतमंद यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा।