LoP पद को लेकर अय्यन्ना : मैं डर के कारण कोई कदम नहीं उठाऊंगा, जगन मोहन अदालत जा सकते हैं
स्पीकर अय्यन्ना ने कहा कि LoP पद पर निर्णय डर या दबाव में नहीं लिया जाएगा। YSRCP के 11 विधायक हैं, लेकिन नियमों का पालन किया जाएगा।
आंध्र प्रदेश विधानसभा के स्पीकर अय्यन्ना ने हाल ही में विपक्ष के नेता (LoP) के पद को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी अदालत जा सकते हैं, लेकिन वह किसी भी डर या दबाव में आकर कोई कदम नहीं उठाएंगे।
स्पीकर ने यह भी स्पष्ट किया कि यद्यपि YSRCP के पास केवल 11 विधायक हैं, लेकिन इसे अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान और नियमों के अनुसार, किसी भी निर्णय में डर या बाहरी दबाव का स्थान नहीं होना चाहिए। अय्यन्ना ने जोर देकर कहा कि LoP के पद को लेकर उनका रवैया पूरी तरह से निष्पक्ष और नियमों के अनुरूप है।
उन्होंने यह भी संकेत दिया कि विधान सभा में किसी भी विवाद या असहमति का समाधान केवल संविधान और नियमों के माध्यम से ही किया जाना चाहिए। अय्यन्ना ने कहा कि वह अपनी जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से निभाएंगे और किसी भी प्रकार के राजनीतिक दबाव में नहीं आएंगे।
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इस बीच, YSRCP और अन्य राजनीतिक दल LoP पद को लेकर विभिन्न दावे कर रहे हैं, और इस मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा जारी है। स्पीकर ने सभी पक्षों से संयम और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का पालन करने का आग्रह किया।
उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में नियमों का पालन करना सभी के लिए अनिवार्य है और किसी भी तरह के अनियमित कदम से विधानसभा की गरिमा पर प्रश्न उठ सकता है। अय्यन्ना ने स्पष्ट किया कि वह कानून और विधान के अनुसार ही निर्णय लेंगे।
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